- फिजिक्स ने लिया स्टूडेंट्स का कड़ा एग्जाम

- 97 प्रतिशत ने दिया एग्जाम

<- फिजिक्स ने लिया स्टूडेंट्स का कड़ा एग्जाम

- 97 प्रतिशत ने दिया एग्जाम

LUCKNOW (21 May): lucknow@inext.co.in

LUCKNOW (21 May): देशभर में आईआईटी व एनआईआईटी में एडमिशन के लिए संडे को ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई एडवांस-ख्0क्7) में हजारोंच्बच्चों ने भाग लिया। इस बार के जेईई एडवांस के सवालों ने स्टूडेंट्स के नॉलेज को जमकर परखा। जहां पहली शिफ्ट में मैथ्स के सवालों ने स्टूडेंट्स के पसीने छुड़ाए, वहीं दूसरी शिफ्ट के पेपर में मैथ्स के साथ फिजिक्स के सवालों ने भी हैरान किया। वहीं जेईई मेंस की तरह इसमें भी केमेस्ट्री ने स्टूडेंट्स को काफी राहत दी। वहीं एग्जाम देकर निकले कैंडीडेट्स ने बताया कि इस बार पेपर पिछले बार के अपेक्षा काफी आसान रहा है।

फिजिक्स और मैथ्स ने स्टूडेंट्स को फंसाया

एग्जाम देने आए स्टूडेंट्स सत्यम ने बताया कि फिजिक्स में मैकेनिक्स ऑपटिक्स से सवाज् ज्यादा आए थे। साथ ही न्यूमैरिकल भच् ज्यादा पूछे गए थे जिन्हें सॉल्व करने में समय लग रहा था। स्टूडेंट्स विकास ने बताया कि फिजिक्स के मुकाबले केमिस्ट्री काफी आसान रही। ऑर्गेनिक में रिएक्शन कंपाउंड और फिजिकल केमिस्ट्री से थर्मोडायनामिक्स से सवाल आए थे जो काफी आसान थे। इसमें टाइम की काफी बचत हुई। मैथ्स के सवालों का कैलकुलेशन काफी लंबा था। दूसरा पेपर पहले के मुकाबलच् ज्यादा मुश्किल रहा।

97 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने दिया एग्जाम

राजधानी में जेईई एग्जाम के लिए आठ सेंटर्स बनाए गये थे। जहां पर करीब चार हजार स्टूडेंट्स को एग्जाम में शामिल होना था। इसमें से लगभग 97 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने जेईई एडंवास का एग्जाम दिया। एग्जाम दो पालियों में हुआ। पहली पाली की परीक्षा सुबह 9 बजे से क्ख् बजे के बीच हुई जबकि दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर ख् बजे से शाम भ् बजे के बीच हुई। जेईई मेंस का पेपर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही मोड में होता है जबकि एडवांस का पेपर सिर्फ ऑफलाइन मोड में कराया गया। दोनों ही पेपर में कुल भ्ब्-भ्ब् सवाल पूछे गए जो क्8फ् मा‌र्क्स के थे।

क्क् जून को आएगा रिजल्ट

जेईई मेंस का पेपर सीबीएसई ने कराया था जबकि एडवांस का पेपर आईआईटी की ओर से कराया जाता है। इस बार आईआईटी मद्रास ने यह पेपर कराया है। नोटिफिकेशन के मुताबिक क्क् जून को सुबह दस बजे एडवांस का रिजल्ट घोषित किया जाएगा। इसके बाद काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू होगी। पिछली बार की तरह इस बार भी एनआईटी और आईआईटी काउंसिलिंग एक साथ कराई जाएगी।

एडवांस का आगे का शेड्यूल

ब् जून - जारी होगी आंसर की

म् जून - आंसर की पर भेज सकते हैं आपत्ति

क्क् जून - जारी होगा रिजल्ट

क्9 जून से- सीट अलॉटमेंट प्रस्तावित

बाक्स

बढ़ेगी कट ऑफ

रूबिक्स रोस्ट्रम कोचिंग के डायरेक्टर इं। आदित्य कुमार ने बताया कि जेईई एडवांस में दो लाख ख्0 हजार कैंडीडेट्स एग्जाम में शामिल हुए थे। जिसमें क् लाख जनरल कैटेगरी के स्टूडेंट्स आईईटी के भ्भ् सौ सीटों के लिए दावेदारी पेश करेंगे। मौजूदा समय में देश के ख्फ् आईआईटी संस्थान में कुल क्क्0फ्ख् सीटें मौजूद हैं। आदित्य कुमार ने बताया कि पहली शिफ्ट के पेपर में स्टूडेंट्स को कुछ सवालों में अपने कॉन्सेप्ट और एनॉलिटिकल स्किल को दिखाना था। अगर इस सेट के पूरे पेपर की बात करें तो पेपर ओवरऑल काफीच्अच्छा आया था। केमेस्ट्री पूरी तरह से एनसीईआरटी बेस्ड थी। जबकि फिजिक्स के एक या दो सवालों में थोड़ा लैंग्वेज समझने की जरूरत थी। वहीं सेकंड शिफ्ट में आयोजित पेपर काफी आसान रहा। इसकी वजह से इस बार कट ऑफ थोड़ा हाई रहने की उम्मीद है।

स्टूडेंट्स से बातचीत

फिजिक्स का पेपर कठिन था। सवाल काफी लम्बे थे इनको करने में समय लग रहा था। वहीं मैथ्स का पेपर ठीक ठाक रहा तो केमेस्ट्री के सवाल आसान लगे। केमेस्ट्री में फॉर्मूला आधारित सवाल अधिक थे।

- सत्यम

इस बार पेपर का पैटर्न पिछली बार के मुकाबले थोड़ा बदला हुआ था। एक पेपर में मल्टीपच् च्वाइस के प्रश्न अधिक थे, लेकिन उसमें निगेटिव मार्किंग नहीं थी। दूसरे में निगेटिव मार्किंग थी, लेकिन सवाल कम थे।

- विकास

मुझे फिजिक्स का सेक्शन आसान लगा। इसमें मैकेनिक्स ऑपटिक्स से सवाल ज्यादा आए थे। साथ ही न्यूमैरिकल सवाल की संख्या भी ज्यादा थी, जिनको हल करने में समय लग रहा था। वहीं मैथ्स कठिन लगी।

- पियुष

फिजिक्स के मुकाबले केमेस्ट्री के सवाल आसान रहे। ऑर्गेनिक में रिएक्शन कम्पाउंड और केमेस्ट्री में थर्मोडायनामिक्स से सवाल आए थे जो काफी आसान थे। वहीं मैथ्स के सवाल सवाल काफी लम्बे थे।

- अभिनव