- मेरठ के कई खेल संगठन आए सामने
- स्पोर्ट्स डायरेक्ट्रेट के अधिकारियों से करेंगे बात
Meerut : महिला कोच द्वारा मौजूदा डिप्टी डायरेक्टर स्पोर्ट्स और पूर्व आरएसओ पर लगाए गंभीर आरोप का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जूडो के साथ अब बाकी खेल एसोसिएशन से भी विरोध के स्वर उठने लगे हैं। मांग उठ रही है कि जब तक डिप्टी डायरेक्टर के खिलाफ जांच पूरी न हो जाए और रिपोर्ट सामने न आ जाए तब तक के लिए उन्हें उनके पद से हटा देना चाहिए।
कर सकते हैं जांच को इफेक्ट
डिस्ट्रिक्ट बास्केट बॉल एसोसिएशन के सेकेट्री मिर्जा बेग की मानें तो जो पूर्व आरएसओ और मौजूदा डिप्टी डायरेक्टर आरएन सिंह पर जिस तरह के आरोप लगे हैं कि जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक उन्हें पद हटा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पद रहते हुए वो जांच को इफेक्ट करा सकते हैं। जिससे सही बात सामने नहीं आ पाएगी और जिसने आरोप लगाया है उसे भी न्याय नहीं मिल पाएगा।
बेहद शर्मनाक है
यूपी जूडो एसोसिएशन के पूर्व वाइस प्रेसीडेंट एसी सक्सेना की मानें तो ये मामला काफी गंभीर है। मेरी आरएन सिंह से ज्यादा मुलाकात तो नहीं है न ही उन्हें मैं ठीक से जानता हूं। इसलिए मैं ज्यादा तो टिप्पणी नहीं कर सकता, लेकिन अगर आरोप पूरी तरह से ठीक हैं तो ये बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मामले की शासन और स्पोर्ट्स डायरेक्ट्रेट को गंभीरता से जांच करानी चाहिए।
ऑनेस्टी से होनी चाहिए जांच
स्पोर्ट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों की मानें तो इस मामले में तेजी और ईमानदारी से जांच होना काफी जरूरी है। क्योंकि जितने भी आरोप लगे हैं और जांच चल रही हैं वो काफी सेंसीटिव हैं। वहीं पदाधिकारियों का ये भी कहना है कि हो सके तो आरएन सिंह को ऐसे पद या ऐसी जगह पोस्ट कर देना चाहिए जहां खिलाडि़यों और एसोसिएशन से ज्यादा इंट्रैक्शन न हो।
अब ये लगा है आरोप
एक महिला कोच ने पूर्व आरएसओ पर शारीरिक एवं मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। मामला सीएम से स्पोर्ट्स डायरेक्ट्रेट पहुंचा तो तुरंत कार्रवाई करने के आदेश जारी कर दिए। वहीं सीएम ने जांच का आदेश एडीएम ई को सौंपी है और 10 दिनों में रिपोर्ट भेजने के आदेश जारी कर दिए हैं। अब देखने वाली बात होगी कि आखिर जांच किस तरह से होती है और किसके पक्ष में जाती है? अभी कोई अधिकारी आधिकारिक तौर बोलने को तैयार नहीं है।
ये काफी गंभीर मामला है। इस मामले में ईमानदारी और तेजी से जांच होनी चाहिए। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक आरोपी अधिकारी को ऐसी जगह पोस्ट करना चाहिए खिलाडि़यों और कोच एवं एसोसिएशन से ज्यादा मतलब न हो।
- अजय गुप्ता, सचिव, यूपी आर्चरी एसोसिएशन
मैं आरएन सिंह से ज्यादा नहीं मिला हूं। लेकिन जो भी मामला सामने आया है और अगर वो सही है तो काफी शर्मनाक और गंभीर है। इस जांच जरूर होनी चाहिए।
- एसी सक्सेना, पूर्व वाइस प्रेसीडेंट, यूपी जूडो एसोसिएशन
ये काफी गंभीर मामला है। जब तक इस पर जांच पूरी नहीं हो जाती तब अधिकारी के सभी अधिकारी वापस लेते हुए काम से विरत कर देना चाहिए। क्योंकि पद रहते हुए वह जांच को इफेक्ट भी कर सकते हैं।
- मिर्जा बेग, सेकेट्री, डिस्ट्रिक्ट बास्केट बॉल एसोसिएशन