- नगर निगम, पीडल्यूडी समेत विभागों को डीएम ने दी चेतावनी

- 15 जून तक सड़कों के निर्माण में नहीं चलेगी खानापूर्ति

मेरठ: नगर निगम, पीडब्ल्यूडी समेत विभिन्न निर्माण विभागों में लापरवाही पर डीएम समीर वर्मा सख्त हैं। विभागों द्वारा किए जा रहे सड़क निर्माण के कार्य में घोटाले की जानकारी पर उन्होंने विभागों को चेतावनी दी है। जांच में गुणवत्ता की कसौटी पर खरा न उतरने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई के संकेत डीएम ने दिए हैं।

लापरवाही की शिकायत

सीएम योगी के आदेश के बाद आनन-फानन में विभिन्न विभागों द्वारा 15 जून से पहले क्षतिग्रस्त सड़कों को दुरुस्त करने की कार्ययोजना बना दी गई। नगर निगम, पीडल्यूडी समेत ज्यादातर विभागों ने पैचवर्क और सड़क निर्माण के नाम पर खानापूर्ति कर दी। कलक्ट्रेट पहुंची शिकायतों को डीएम ने गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी गठित कर दी है।

मिट्टी से भर रहे गड्ढे

कलक्ट्रेट पहुंचे राजीव सिंघल ने शिकायत की कि दिल्ली रोड में सड़क के गड्ढों को भरने के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। डीएम को सौंपी शिकायत में उन्होंने कहा कि मिट्टी के ऊपर गिट्टी बिछाकर सड़क बनाई जा रही है तो वहीं पैचवर्क अगले दिन ही उखड़ रहा है। इस सड़क का निर्माण पीडब्ल्यूडी करा रहा है। घंटाघर पर नगर निगम की सड़क निर्माण और पैचवर्क के कार्य में धांधली की शिकायत मिली। यहां सीवर में मैनहोल गिट्टी से दबा दिए हैं।

समिति गठित

विभागों को कड़े निर्देश देते हुए डीएम ने एक कमेटी गठित कर दी है। एडीएम सिटी के निर्देशन में शहर में कराए गए निर्माण कार्यो की जांच एक्सपटर््स करेंगे तो वहीं सीडीओ हर्षिता माथुर को जनपद में कराए गए। सड़क निर्माण और पैचवर्क के काम का परीक्षण करना होगा।

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सड़क निर्माण के नाम पर खानापूर्ति की शिकायत मिल रही है। विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ईमानदारी से सरकार के निर्देशों का पालन करें।

-समीर वर्मा, डीएम, मेरठ