PATNA : पहले अपराधी हाईवे पर गाडि़यों के लूट की वारदात को अंजाम दिया जाता है। फिर मकैनिक की मदद से नए सिरे से डेंट-पेंट कर लूटी गई गाड़ी की रिमॉडलिंग करवा देते हैं। जो दिखने में बिल्कुल नई लगती है। फिर उस गाड़ी का नंबर प्लेट और चेचिस नंबर भी बदल दिया जाता है। इसके बाद रिमॉडलिंग की गई लूट की गाडि़यों को अच्छी कीमतों पर दूसरे स्टेट में ठिकाने लगा दिया जाता है। दरअसल, इस कारनामे को अंजाम देने वाले क्फ् अपराधियों को पटना पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी बिहटा थाने की पुलिस टीम ने हाईवे पर छापेमारी कर की। हालांकि पुलिस को देख अपराधी भागने लगे थे। लेकिन भारी संख्या में पुलिस फोर्स होने के कारण अपराधियों को फरार होने का मौका नहीं मिल सका।
- हथियार के बल पर करते थे लूटपाट
पकड़े गए अपराधी हथियार के बल पर ही गाडि़यों के लूटपाट की वारदातों को अंजाम देते हैं। ये अपराधी फिर से किसी गाड़ी को लूटने वाले थे। इनके एनएच के पास जुटे होने की सूचना एसएसपी मनु महाराज को मिली। सिटी एसपी वेस्ट रविन्द्र कुमार के निर्देशन में एक टीम बनी। बिहटा के एसएचओ रमा कान्त तिवारी ने अपनी टीम के साथ छापेमारी की। मौके पर म् अपराधियों को पकड़ा गया। इनके पास लोडेड दो पिस्टल और म् गोली बरामद की गई। फिर इनकी निशानदेही पर पुलिस टीम ने एक ठिकाने पर छापेमारी की। वहां से 7 अपराधियों को पकड़ा गया। साथ ही लूट की गाडि़यों को बरामद किया गया।
- तैयार कर दिए जाते थे फर्जी डॉक्यूमेंट्स
पुलिस की गिरफ्त में आए ये अपराधी काफी शातिर हैं। लूट की किसी भी गाड़ी को बगैर डॉक्यूमेंट्स ठिकाने नहीं लगाते थे। पुलिस के अनुसार लूटी गई गाडि़यों को रिमॉडलिंग करने के साथ ही उसकी फर्जी डॉक्यूमेंट्स तैयार किए जाते थे। जिस ओरिजनल बताया जाता था। इस कारनामे सुभाष मालाकार नाम का अपराधी अंजाम देता था।
- कंपनी का एजेंट बन दूसरे स्टेट में लगाते थे ठिकाने
अपराधियों के गिरोह में गया के रहने वाले पंकज नयन और जितेन्द्र मौर्य भी शामिल थे। ये दोनों लूट की गाडि़यों को ठिकाना लगाने में फर्जीवाड़ा करते थे। खुद को किसी कंपनी का एजेंट बता देते थे। इसके बाद लूट की गाडि़यों को मुंबई, कोलकाता और आसाम सहित कई स्टेट में उंचे दामों पर ठिकाने लगा देते थे।
---- इनकी हुई गिरफ्तारी
क्। सहेबन कुमार, नौबतपुर
ख्। सत्येन्द्र कुमार, खरगौल
फ्। जितेन्द्र कुमार उर्फ अर्जुन, खगौल
ब्। पप्पू कुमार उर्फ रवि रंजन प्रकाश, दानापुर
भ्। मो। अनवर उर्फ लंगड़ा उर्फ बेटिया, दानापुर
म्। आशीष कुमार, दानापुर
7. गणेश कुमार, गौरीचक
8. पंकज नयन, गया
9. वसंत यादव, औरंगाबाद
क्0. जितेन्द्र मौर्य, गया
क्क्। सुभाष मालाकार, नौबतपुर
क्ख्। रंजन कुमार, नौबतपुर
क्फ्। अरूण कुमार, नौबतपुर
- बरामदगी
क्। देशी पिस्टल - ख्
ख्। गोली - म्
फ्। लूटी गई ऑटो - ख्
ब्। लूटी गई टाटा मैजिक - क्
भ्। लूटी गई बाइक - क्
अपराधियों के कनेक्शन को खंगाला जा रहा है। इनकी गैरेज वालों से भी दोस्ती है। जो लूट की गाडि़यों को ठिकाने लगाने में मदद करते थे। पहचान कर सभी को गिरफ्तार किया जाएगा।
मनु महाराज, एसएसपी, पटना