- सिटी के पॉश एरिया में 600 बेशकीमती प्लॉट्स पर कुंडली मारे बैठे हैं केडीए के इम्प्लाई

-फाइलों में दबे पड़े हैं प्लॉट, फर्जी कागजों के जरिए कर रखी है रजिस्ट्री, वसूला जाता है किराया

-दशकों पुरानी स्कीम के हैं प्लॉट, जमीनों के ऑडिट की दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के पास एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

KANPUR: अभी तक गाजियाबाद, नोएडा, दिल्ली आदि में करोड़ों, अरबों रुपए प्लॉट आवंटन घोटाले सुने होंगे। पहली बार हम आपको गैर आवंटन प्लॉट घोटाले की जानकारी दे रहे हैं, वो भी अपने शहर में। ये गैर आवंटन प्लॉट घोटाला साउथ सिटी के पाश एरिया किदवई नगर, जूही कला का है। जहां अपने फायदे के लिए केडीए इम्प्लाइज ने सैकड़ों की संख्या में बेशकीमती प्लॉट दबाए रखे हैं। ये प्लॉट भी पांच, दस साल पुरानी नहीं, बल्कि दशकों पुरानी हाउसिंग स्कीम के हैं। जहां अब प्लाट्स की मुहमांगी कीमत मिलती है।

फाइलों से दबाए थे बाबू

केडीए इन दिनों अपनी हाउसिंग स्कीम और जमीनों का ऑडिट लखनऊ की एक कम्पनी से करा रहा है। इस ऑडिट की शुरूआत किदवई नगर और जूही हाउसिंग स्कीम स्कीम से की गई थी। इन दोनों हाउसिंग स्कीम का ऑडिट लगभग कम्प्लीट हो गया है। ऑडिट में करीब 600 प्लॉट ऐसे मिले हैं, जिनमें से ज्यादातर प्लॉट एलॉट ही नहीं है। दशकों पुरानी हाउसिंग स्कीम के प्लॉट एलॉट न होने से केडीए ऑफिसर हैरत में है। जबकि इन स्कीम में डीएम सर्किल रेट से कई गुना ज्यादा में प्लॉट की नीलामी जाती है। इनमें केवल 284 प्लॉट डब्ल्यू, डब्ल्यू 1 व डब्ल्यू 2 जूही कला हाउसिंग स्कीम के है। अन्य प्लॉट किदवई नगर हाउसिंग स्कीम के अलग-अलग ब्लाकों में स्थित हैं। जानकारों के मुताबिक केडीए के प्रॉपर्टी सेल सेक्शन के इम्प्लाई इन्हें जानबूझकर फाइलों में दबाए बैठे हुए थे। ताकि इनका भरपूर फायदा उठाते रहे। ये प्लॉट भी छोटे साइज के नहीं है, ज्यादातर प्लॉट 297 और 356 वर्गगज तक के हैं। इन प्लाट्स की कीमत का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि डीएम सर्किल रेट 19 हजार, 27500 और 37500 रुपए प्रति स्क्वॉयर मीटर तक (रोड की चौड़ाई के हिसाब से) है। इन प्लॉट्स की कीमत 500 करोड़ से अधिक बताई जा रही है।

फर्जीवाड़े का खेल

किदवई नगर और जूही कला हाउसिंग स्कीम 60 के दशक में लांच हुई थी। दोनों ही हाउसिंग स्कीम के मोहल्लों अब साउथ सिटी के पाश एरिया में गिने जाते हैं। इन एरिया में प्लॉट की कीमत डीएम सर्किट से कहीं ज्यादा है। बड़े साइज के प्लॉट के तो मुहमांगी कीमत तक बिल्डर देते हैं, ताकि वे मिनी अपार्टमेंट तान सके। सबसे अधिक फर्जीवाड़ा कर रजिस्ट्री कराने के मामले भी जूही कला और किदवई नगर हाउसिंग स्कीम के पकड़े जा चुके हैं। जानकारों की मानें तो इन प्लाट्स का प्रापर्टी सेल सेक्शन के इम्प्लाई इसीलिए आवंटन नहीं करते हैं, ताकि बाद में फर्जीवाड़ा कर रजिस्ट्री कराई जा सके। पिछले दिनों सत्ताधारी दल के एक पूर्व विधायक ने भी 11 प्लॉट्स की फर्जी रजिस्ट्री की शिकायत की। जिनमें से ज्यादातर जूही कला और किदवई नगर स्कीम के ही थे। जांच की जानकारी पाकर केडीए इम्प्लाइज ने इनकी फाइल ही गायब कर दी है। पिछले महीने जूही कला में केडीए के एक प्लॉट को खाली कराने गई टीम को पता चला कि निर्माण कर उसे दो लोगों को किराए पर उठा दिया गया है।

दशकों से फाइलों में दबे प्लॉट्स

हाउसिंग स्कीम- टोटल प्लॉट मिले

डब्ल्यू ब्लाक स्कीम 2 जूही कला--119

डब्ल्यू1 ब्लाक स्कीम 2 जूही कला-42

डब्ल्यू2 ब्लाक स्कीम 2 जूही कला-123

के ब्लाक किदवई नगर- 20

एन ब्लाक किदवई नगर- 44

एच1 ब्लाक किदवई नगर- 04

वाई ब्लाक किदवई नगर- 35

वाई1 ब्लाकस्कीम 2 किदवई नगर- 24

एस ब्लाक किदवई नगर -- 186

टोटल-- 597 प्लॉट

किदवई नगर की जमीनों के डीएम सर्किल रेट

9.15 मीटर तक चौड़ी सड़क पर - 19 हजार रुपए प्रति स्क्वॉयर मीटर

9.15 मीटर से अधिक चौड़ी सड़क पर- 27500 रुपए प्रति स्क्वॉयर मीटर

18.29 मीटर से अधिक चौड़ी सडक पर-- 37500 रुपए प्रति स्क्वॉयर मीटर