- पीएम के संसदीय जनसम्पर्क कार्यालय पहुंचे आधा दर्जन लोगों का पुलिस ने किया चालान

- क्षेत्र में जलापूर्ति न होने की कम्प्लेन लेकर पहुंचे थे सभी

VARANASI :

बनारस के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रवीन्द्रपुरी स्थित जनसम्पर्क कार्यालय पर पेयजल की मांग करने वालों पर मंगलवार को पुलिस की नजर टेढ़ी हो गई। आधा दर्जन लोगों को विभिन्न धाराओं में चालान करते हुए उन्हें जेल भेज दिया। पुलिस का गुस्से का शिकार सारनाथ से फरियाद लेकर पहुंचे लोग भी हुए। वे जिस ऑटो से रवीन्द्रपुरी पहुंचे थे उसकी चाभी ही निकाल ली। वे एरिया में खुली शराब की दुकान के विरोध करने पहुंचे थे।

जाएं तो कहां जाएं?

किहरिया जीवधिपुर एरिया में अरसे से पेयजल की समस्या है। जरूरत का पानी जमा करने के लिए लोगों को भटकना पड़ता है। आमतौर पर सप्लाई का पानी एरिया में आता ही नहीं है। आता भी है तो इतना गंदा होता कि पीना तो दूर उससे नहाया तक नहीं जा सकता है। जलकल समेत तमाम जगहों पर कम्प्लेन कर थक चुके लोगों ने मामला पीएम के पास तक पहुंचाने का मन बनाया। बड़ी संख्या में सुबह रवीन्द्रपुरी स्थित संसदीय कार्यालय पहुंच गए। इस दौरान कुछ लोगों ने जलकल के जीएम का पुतला फूंकने की तैयारी कर ली। यह बात कार्यालय पर तैनात पुलिसकर्मियों को नागवार गुजरी। पुतला छीनकर आधा दर्जन लोगों को धर दबोचा। पकड़े गये इंद्रेश कुमार गुप्त, रवि वर्मा, राजेश सेठ, राजकुमार गुप्त, रामचंद्र प्रजापति, राघव कुमार झा को विभिन्न धाराओं में पाबंद करते हुए जेल भेज दिया।

शराब की शिकायत पड़ी भारी

इसी बीच सारनाथ थाना एरिया के सारंग तालाब से कुछ लोग संसदीय जनसम्पर्क कार्यालय आ पहुंचे। उनकी शिकायत थी कि एरिया में शराब की दुकान खुल गयी है। दिन-रात यहां शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है। आएदिन मारपीट और गाली-गलौज होता है। क्षेत्र की महिलाओं का निकलना दूभर हो गया है। स्थानीय युवक भी शराब के नशे में फंसते जा रहे हैं। शराब के दानव से खुद को बचाने के लिए सभी मोदी के पास तक अपनी फरियाद पहुंचाने आए थे। जिस ऑटो से सभी आए थे पुलिस ने उसकी चाभी ही निकाल ली। सख्त तेवर देखकर फरियादी नाराज हुए तो उन्होंने नारेबाजी भी की। वे सभी कार्यालय प्रभारी शिव शरण पाठक को ज्ञापन देकर लौट गए।