-केदारनाथ पुनर्निर्माण की लाइव तस्वीरें पीएम तक पहुंचने पर सीएस की तारीफ

-पिछले कई दिनों जुटी हुई थी रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन की टीम

DEHRADUN: तकनीकी युग में तकनीकी के प्रयोग में सफल होने पर पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड सरकार की पीठ थपथपाई है। दूसरो राज्यों को भी इस प्रकार से तकनीक का प्रयोग करने की नसीहत दी है। दरअसल, वेडनसडे को केदारनाथ से ड्रोन के जरिए केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यो की पीएम नरेंद्र मोदी ने लाइव तस्वीरें देखी।

पीएम ने सीएस की सराहना की

वेडनसडे को सचिवालय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रगति (प्रो एक्टिव गवनर्ेंस एंड टाइमली इम्पलीमेंटेशन) की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान चीफ सेक्रेटरी उत्पल कुमार सिंह ने केदारनाथ पुनर्निर्माण के प्रगति की जानकारी दी। केदारनाथ पुनर्निर्माण कायरें की प्रगति की जानकारी लेते हुए पीएम ने देश के सभी मुख्य सचिवों, भारत सरकार के सचिवों के सामने सीएस उत्पल कुमार सिंह की तारीफ की। पीएम ने पीएम ने केदारनाथ में तेजी से कार्य करने व नई तकनीक के जरिए ड्रोन से कार्य होते हुए लाइव दिखाने के लिए सीएस और उनकी पूरी टीम की सराहना की।

पूरा विवरण पीएम के सामने रखा सीएस ने

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सीएस ने पीएम को अवगत कराया कि केदारनाथ मंदिर के चबूतरे का विस्तार 1500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल से बढ़ाकर 4125 वर्ग मीटर कर दिया गया है। फर्श का आधार बन गया है। पत्थर बिछाने का कार्य चल रहा है। मंदाकिनी और सरस्वती नदियों के संगम स्थल से मंदिर तक 270 मीटर में जमा 12 फीट मालवा हटा दिया गया है। मंदिर तक 50 फीट चौड़ाई का मार्ग बनाया जा रहा है। इसके दोनों किनारों पर ड्रेन और डक्ट बनाया जाएगा। 24 भागों में बंटे इस मार्ग के 20 पैनल में सतह के कार्य पूरा हो गया है। पत्थर काटने, तराशने व बिछाने का कार्य चल रहा है। सीएस ने सुरक्षा दीवार व घाट निर्माण के बारे में बताया कि सरस्वती नदी पर 470 मीटर लंबाई में सुरक्षा दीवार निर्माणाधीन है। 140 मीटर में खुदाई और 80 मीटर में 02 मीटर सुरक्षा दीवार बन गई है। घाट का बेस तैयार हो गया है। मौसम अनुकूल होने पर आरसीसी कार्य शुरू किया जाएगा। इसके अलावा मंदाकिनी नदी पर 380 मीटर सुरक्षा दीवार निर्माण का कार्य भी चल रहा है। टेंप्रेचर कम होने कारण आरसीसी नहीं हो पा रहा है। जबकि मौसम सही होने पर 73 पुरोहितों के घरों का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

पिछले साल 20 अक्टूबर को किया था शिलान्यास

सीएस ने पीएम को बताया कि आदि शंकराचार्य कुटीर व म्यूजियम निर्माण का प्रारूप तैयार कर लिया गया है। गरुड़चट्टी से केदारनाथ 3.5 किमी पैदल मार्ग पुनर्निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। 1.6 किमी का कार्य पूर्ण हो गया है। गौरीकुंड से लिंचैली होते हुए केदारनाथ मार्ग के चौड़ीकरण व सुधारीकरण का कार्य चल रहा है। केदारनाथ में हिमस्खलन व भूस्खलन से बचाव के लिए 300 मीटर में बैरियर और ड्रेनेज का निर्माण चल रहा है। बताया कि पुनर्निर्माण के लिए केदारनाथ उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट बनाया गया है। इस संबंध में वेबसाइट भी बनाई गई है। दरअसल, पीएम ने 20 अक्टूबर 2017 को केदारनाथ में 5 पुनर्निर्माण कायरें का शिलान्यास किया था।

दो ड्रोन की अतिरिक्त व्यवस्था की गई थी

पीएम तक केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यो की लाइव तस्वीरें दिखाने के लिए रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन पिछले कई दिनों से प्रयास में जुटा रहा। इसके लिए कई दिनों से जिला प्रशासन की टीम जुटी हुई थी। वेडनसडे को रुद्रप्रयाग जिले ड्रोन के अलावा टिहरी व हरिद्वार से दो अतिरिक्त ड्रोन की व्यवस्था की गई थी। केदारनाथ से ड्रोन के जरिए पीएमओ तक लाइव तस्वीरों पहुंचने में सफलता पूरी टीम गदगद है।

पीएम मातृ वंदना योजना की भी दी जानकारी

वीसी के दौरान सीएस ने पीएम को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना व प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के बारे में भी जानकारी दी। बताया कि मातृ वंदना योजना के तहत प्रसव से पूर्व और बाद में आराम करने के लिए महिला को 5000 रुपये देने की व्यवस्था है। इसके लिए उत्तराखण्ड को 24.27 करोड़ रुपये की धनराशि दी गई है।