तरक्की का रास्ता यूपी से होकर ही जाएगा
नीले और नारंगी रंग की रोशनी से नहाए पंडाल में यूपी इंवेस्टर्स समिट का नजारा देख प्रधानमंत्री को भी कहना पड़ा कि देश की तरक्की का रास्ता यूपी से होकर ही जाएगा। उत्साह से लबरेज प्रधानमंत्री ने इस दौरान देश में बनने वाले दो डिफेंस कॉरिडोर में से एक यूपी में बनने की औपचारिक घोषणा भी की। दरअसल यूपी सरकार पिछले तीन महीने से यूपी इंवेस्टर्स समिट की तैयारी कर रही थी। कहना गलत न होगा कि यह देश की सबसे बड़ी इंवेस्टर्स समिट का तमगा भी हासिल करने में सफल रही है। इसकी सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश के नामी-गिरामी उद्योगपति आज यूपी सरकार के रेड कारपेट पर चहलकदमी करने को बेताब नजर आ रहे थे। यूपी सरकार के मंत्रियों से लेकर अफसर तक उनका बेहद गर्मजोशी के साथ इस्तकबाल कर रहे थे।
बोलने की कोशिश कर सबका दिल जीत लिया
कार्यक्रम स्थल पर देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी के आने से माहौल बदल गया और उन्हें मंत्रियों और अफसरों ने घेर लिया। उनके अलावा अडानी ग्रुप के गौतम अडानी, बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला, महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के आनंद महिंद्रा, टाटा ग्रुप के एन। चंद्रशेखरन, अपोलो की शोभना कामिनेनी, फिक्की के रशेश शाह की मौजूदगी ने अपनी मौजूदगी से समिट के माहौल में चार चांद लगा दिए। फिर बारी आई मॉरीशस के रक्षा मंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ की, जिन्होंने हिंदी में चंद लाइनें बोलने की कोशिश कर सबका दिल जीत लिया। उन्होंने यूपी के साथ खून का रिश्ता बताकर न केवल मॉरीशस और भारत के रिश्तों को मजबूत किया बल्कि अगले साल होने वाले ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के लिए नई राह भी दिखाई।
केंद्रीय मंत्रियों का जमावड़ा भी देखने को मिला
समिट के पहले दिन इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में यूपी को तरक्की की राह पर ले जाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करने को केंद्रीय मंत्रियों का जमावड़ा भी देखने को मिला। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा सुरेश प्रभु, नितिन गडकरी, आरके सिंह, मनोज सिन्हा, सुधांशु त्रिवेदी, डॉ। महेश शर्मा, अनुप्रिया पटेल, कलराज मिश्र, शिव प्रताप शुक्ला, जगदंबिका पाल जैसे दिग्गज मंत्रियों और नेताओं ने यूपी सरकार के इस आयोजन का सफल बनाने के लिए अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। कार्यक्रम की शुरुआत में बदलते यूपी की तस्वीर पेश करती हुए एक थीम आधारित वीडियो भी दिखाया गया जिससे साफ लग रहा था कि यूपी सरकार इस बार प्रदेश को देश के बाकी राज्यों के साथ मुकाबले पर खड़ा करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है।
टीसीएस के लिए खुशियों की सौगात
इंवेस्टर्स समिट का दिन लखनऊ के टीसीएस के कर्मचारियों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आया। टाटा संस के चेयरमैन एन। चंद्रशेखरन ने अपने संबोधन में कहा कि वह लखनऊ टीसीएस की यूनिट को बंद नहीं करने जा रहे। टीसीएस के कर्मचारियों की समस्या को देखते हुए इसके लिए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनसे अनुरोध किया था। ध्यान रहे कि करीब एक साल से टीसीएस कर्मी बंदी के डर से परेशान थे जिन्हें आज बड़ी राहत मिल गयी है। समिट में विदेश मेहमानों में छह पार्टनर देश जापान, फिनलैंड, नीदरलैंड, स्लोवाकिया, चेक रिपब्लिक और मॉरिशस के प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद थे। कार्यक्रम स्थल पर हिंदी में होने वाले भाषणों को इंग्लिश में समझने के लिए इंटरप्रिटेशन की सुविधा के साथ उन्हें हेडफोन भी दिए गये थे।
कंपनी एमओयू (करोड़ में)
अडानी 37,500
बिड़ला 25,000
एस्सेल(जी ग्रुप) 18,500
सोलारिया इंफ्रा 16,000
पवाना वॉटर सॉल्यूशंस 12,000
बीएचईएल 12,000
सीआईडीबी होल्डिंग 12,000
रिलायंस जिओ इंफाकाम 10,000
हिंदुजा 10,000
रिन्यू पावर वेंचर्स 8,000
एज्यूर पावर 6,000
टॉरेट पॉवर 6,000
एनएईसी 5,000
लूलू ग्रुप 4,700
वेव 4,250
एमके एरोमेटिक्स 4,000
टेक्नो इलेक्ट्रिक्स 4,000
टॉप पब्लिक अंडरटेकिंग एमओयू
एकेआईसी डीसी 35,000
डीएफसीसीआईएल 16,105
टीएचडीसीआईएल 12,000
बीएचईएल 12,000
मथुरा रिफाइनरी एक्सपेंशन 8,700
डीएमआईसी डीसी 5,000
आईओसीएल 1,500
गेल एक्सपेंशन 1,200
एचपीसीएल 700
इफ्को 350
डीएफसीसीआईएल 16,105
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