-केदार के कपाट खुले, पीएम ने किए दर्शन

-पहले दिन धाम में पहुंचे साढ़े तीन हजार से ज्यादा श्रद्धालु

केदारनाथ

केदारनाथ धाम के कपाट बुधवार को सुबह 8.50 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। बाबा केदार के दर्शन करने पहले ही दिन पीएम नरेंद्र मोदी पहुंचे और यहां करीब एक घंटे तक पूजा अर्चना की। पीएम मोदी ने केदारधाम में रुद्राभिषेक किया। पूजा अर्चना के बाद पीएम मोदी मंदिर से बाहर निकले तो वहां हजारों की संख्या में लोग उनका दीदार करने खड़े थे। अपने चिर परिचित अंदाज में पीएम करीब बीस मिनट तक लोगों के बीच रहे और उनसे मिलते रहे। पहले दिन केदारधाम में करीब साढ़े तीन हजार से ज्यादा भक्त दर्शनों के लिए पहुंचे।

गवर्नर और सीएम ने की आगवानी

बुधवार को जब बाबा केदार के कपाल खुले तो यहां का तापमान 4 डिग्री के आसपास था। सुबह 5 बजे से ही कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी। पीएम यहां सुबह करीब 9 बजे पहुंचे। हेलीपैड से पीएम मोदी ऑल टैरेन व्हीकल के जरिए मंदिर परिसर में पहुंचे। इसके बाद प्रधानमंत्री ने रुद्राभिषेक समेत अन्य पूजाओं में हिस्सा लिया। उनकी आगवानी राज्यपाल केके पॉल और सीएम टीएसआर ने की। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी उनके साथ मौजूद रहे। इस दौरान पीएम ने केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यो का भी जायजा लिया। इस दौरान केदारधाम के पुजारी रावल ने प्रधानमंत्री से केदारनाथ को सड़क से जोड़ने की मांग की। पीएम ने उन्हें इस पर विचार करने का भरोसा दिलाया।

पीएम ने लिया अरसे का प्रसाद

पीएम मोदी को पूजा अर्चना के बाद उत्तराखंड का पारंपरिक कलेऊ अरसे भेंट किए गए। अरसे उत्तराखंड में खास तौर पर त्यौहारों में पकाए जाते हैं। ये चावल को पीसकर एक खास तरह की मिठाई के तौर पर बनाए जाते हैं। इस दौरान पीएम को केदारनाथ की प्रतिकृति के साथ ही सत्तर साल पुरानी गोमुख की तस्वीर भी भेंट की गई।

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बाबा ने पीएम को बनाया राष्ट्र ऋषि

केदारनाथ से लौटने के बाद पीएम मोदी सीधे हरिद्वार पहुंचे और यहां पतंजलि योगपीठ में बने पतंजलि अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन किया। यहां बाबा रामदेव ने उनको राष्ट्र ऋषि की उपाधि से सम्मानित किया। पीएम ने स्वच्छ भारत और स्वस्थ भारत मिशन को सफल बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जितने मरीजों को चिकित्सक उपचार से ठीक करते हैं, उससे कहीं ज्यादा लोग साफ-सफाई रखकर स्वस्थ रहेंगे। पीएम ने आयुर्वेद पर शोध के लिए स्थापित संस्थान की प्रयोगशालाओं और हर्बल पार्क का निरीक्षण किया। कार्यक्रम मे बाबा रामदेव ने बताया कि भविष्य में देश के हर जिले में आचार्य कुलम स्थापित किया जाएगा।