PATNA : शराबबंदी तो पूरे राज्य में लागू है, लेकिन राजधानी में ही इस सरकारी कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, वो भी हर दिन पुलिस के नाक के नीचे। इसका खुलासा गुरुवार की देर शाम उस समय हुआ जब पीएमसीएच के मेस में जाम लड़ाए जाने की खबर पर पुलिस ने छापेमारी कर चार को गिरफ्तार किया था। वैसे यह पहला मामला नहीं है जब पीएमसीएच में जाम से जाम लड़ाई गई थी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने इस मामले की पड़ताल की तो कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए।

पुलिस पर भी उठे सवाल

गौरतलब है कि पीएमसीएच बिहार सरकार की एक बड़ी संस्था है। इसके बावजूद इस कैंपस में ऐसी कोई रात नहीं होती थी, जो बगैर शराब के गुजर गई हो। ये जानकर आपको आश्चर्य हो रहा होगा। लेकिन यही असलियत है। पीएमसीएच के मेस को शराब सप्लाई का अड्डा बना दिया गया था और यहां के हॉस्टल मयखाना। लेकिन ताज्जुब की बात है कि पूरी तरह से अलर्ट रहने वाली हमारी पुलिस टीम को इस बात की भनक लेट से कैसे लगी?

- जान कर भी बने रहे अनजान

मालूम हो कि पीएमसीएच कैंपस में ही पटना पुलिस ने एक अस्थाई आउट पोस्ट खोल रखा है। इस टीओपी की कमान पीरबहोर थाने के हाथ में है और संचालन एक सब इंस्पेक्टर के जिम्मे है। सवाल ये है कि लंबे समय से पीएमसीएच के मेस में शराब की बिक्री चल रही थी। इस बात की भनक टीओपी प्रभारी को क्यों नहीं लगी? कहीं पूरा मामला नॉलेज में होने के बाद भी इन्होंने जानबूझकर अपनी आंखे तो नहीं बंद कर ली थी?

- पहले ही जेल चला जाता कुंदन

कुछ महीने पहले की बात है। मेस संचालक कुंदन कुमार शराब बेचने के मामले में एक बार पहले भी पीरबहोर थाने के पुलिस की शिकंजे में आया था। लेकिन सोर्स की मानें तो कुछ घंटे में ही वो शिकंजे से बाहर आ गया था। अगर उस वक्त ही पुलिस टीम कुंदन के खिलाफ ठोस कार्रवाई की होती तो वो आज जेल में होता।

- डीएसपी कर रहे हैं जांच

कैंपस से शराब से भरी और खाली बोतलों के मिलने के मामले ने हर तरफ हड़कंप मचा दिया है। इस मामले को एसएसपी मनु महाराज ने काफी गंभीरता से लिया है। डीएसपी टाउन कैलाश प्रसाद को एसएसपी ने पूरे मामले की जांच करने की जिम्मेदारी दी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। हॉस्टल को सील भी डीएसपी की रिपोर्ट के बाद किया जाएगा।

- कुछ लोगों के नाम आए सामने

कुंदन शराब कब, कैसे और कहां से मंगवाता था। इस बात की जानकारी पुलिस टीम को हो गई है। दरअसल, गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उससे लंबी पूछताछ की। जिसमें उसने उन लोगों के नामों का खुलासा किया, जिनसे वो शराब खरीदता था। पुलिस ने भी स्पष्ट किया है कि उनके सामने कुछ नए नाम आए हैं।

- शराबी डॉक्टर्स की हो रही तलाश

सबसे बड़ी और खास बात ये है कि मेस से शराब खरीद कर पीने वाले कैंपस के अंदर रहने वाले लोग ही है। सोर्स की मानें तो कई डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ इसमें शामिल हैं। पुलिस की टीम डॉक्टर्स की पहचान करने में जुटी है। बताया जा रहा है कि इनमें सबसे अधिक पीजी डॉक्टर्स हैं, जो हर रात गला तर करते थे।

अगर कुंदन पहले पकड़ा गया था और किसी ने उसे छोड़ दिया था तो इस मामले की जांच मैं खुद करूंगा। जो भी पुलिस पदाधिकारी ने ये काम किया होगा, उसकी पहचान की जाएगी और उसके खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी।

मनु महाराज, एसएसपी, पटना