RANCHI: कांके की क्फ् साल की स्कूली छात्रा से सिमडेगा में ख्8 जून की रात क्क् युवकों द्वारा दुष्कर्म करने के मामले में पीडि़ता ने प्रधानमंत्री कार्यालय को लेटर लिखा है। इसमें उसने लिखा है कि बेल मिलने के बाद सभी आरोपी फरार हो गए हैं। पीडि़ता के पत्र के आलोक में प्रधानमंत्री कार्यालय से दुष्कर्म पीडि़ता को सुरक्षा देने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश रांची पुलिस को दिया गया है। इसके बाद मुख्यालय डीएसपी वन अमित कच्छप ने कांके थाना पुलिस को आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने का निर्देश दे दिया है।

पुलिस की गलती से छूटे आरोपी

छात्रा के अपहरण के संबंध में कांके थाना में एफआईआर दर्ज की गई थी, इसलिए बरामद छात्रा सहित गिरफ्तार सभी आरोपियों को कांके पुलिस के हवाले कर दिया गया था। कांके पुलिस ने मजिस्ट्रेट के समक्ष छात्रा का बयान दर्ज कराने के बाद आरोपियों को जेल भेज दिया। छात्रा ने अपने बयान में आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाया, लेकिन कांके पुलिस ने उन्हें पुरानी एफआईआर के तहत ही जेल भेजा था। इस कारण आरोपी क्भ् दिनों के अंदर ही बेल पर रिहा हो गए। इसके बाद छात्रा को केस उठाने की धमकी दी जाने लगी। धमकी से सहमी छात्रा अब न्याय के लिए दर-दर भटक रही है।

हाईकोर्ट में लगाई थी गुहार

पीडि़ता अपने चाचा के साथ हाईकोर्ट पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई। छात्रा ने कहा है कि उसकी बातों को तो न पुलिस ने सही तरीके से लिया और न कोर्ट में सही तरह से बयान दर्ज हुआ। ऐसे में उसका बयान फिर से दर्ज कराया जाए। हाईकोर्ट के निर्देश पर छात्रा का पुन: बयान दर्ज किया गया और दोबारा कांके थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई। पीडि़ता ने अदालत को बताया कि आरोपी छूट गए हैं। वे मुझ पर केस हटाने का दबाव डाल रहे हैं। कह रहे हैं कि मेरे साथ गलत काम की वीडियो तैयार की गई है, जिसे इंटरनेट पर डाल दिया जाएगा। इसलिए मैंने कोर्ट को जानकारी दी है, ताकि न्याय मिल सके। जब इस मामले का खुलासा हुआ, तब एसएसपी ने इस केस के अनुसंधानकर्ता को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था।

क्या है मामला

पीडि़त छात्रा ने बताया था कि वह अपनी रिश्ते की बहन को साथ लेकर स्कूल के ही क्0वीं के एक छात्र के बुलावे पर ख्भ् जून को बाइक से पतरातू घाटी घूमने गई थी। रास्ते में छात्र के परिचित ने उन्हें देख लिया और डांटा-डपटा। इसके बाद भी वे पतरातू घाटी गए। लौटते वक्त छात्र के रिश्ते के दो भाई फिर मिल गए और हम लोगों के साथ मारपीट की। मेरी बहन को इसमें चोट लगी। इसके बाद छात्र ने कहा कि बहन को छोड़ दो और तुम मेरे साथ चलो। घर जाओगी, तो विवाद और बढ़ेगा। यह कह कर वह मुझे सिमडेगा में अपने एक साथी मोनू के यहां ले गया। रास्ते में एक जगह रुक कर मेरे साथ गलत काम किया। रात में भी सोनू के यहां मुझे पीने के लिए कुछ दिया गया, जिससे मैं बेहोश हो गई और मेरे साथ गलत काम किया गया। फिर मोनू ने छात्र के भाइयों को जानकारी दे दी, जिसके बाद वे आए और हमें पकड़ कर दूसरे घर में ले गए। वहां ख्8 जून की रात दस-ग्यारह लोगों ने मेरे साथ गलत काम किया। सुबह में पुलिस आई और हमें पकड़ कर थाने ले आई।