खाद्य विभाग का खुलासा, मिठाई में लग रहा एल्यूमिनियम वर्क

सस्ते के चक्कर में पब्लिक की हेल्थ से हो रहा खेल

दिमाग, दिल, पेट और किडनी के लिए हैं हानिकारक

Meerut। अगर आप भी वर्क लगी सुंदर मिठाई या पान खरीद रहे हैं तो सावधान हो जाइए। ये सुंदर दिखने वाली मिठाई आपको दिमाग, किडनी पेट के साथ ही दिल की बीमारी देने के लिए काफी है। वजह आजकल चांदी के वर्क की जगह बाजार में एल्युमिनियम के वर्क का धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है। खाद्य विभाग की जांच रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।

यह है स्थिति

चांदी का वर्क काफी महंगा मिलता है। बाजार में यह 900 से एक हजार में 160 पीस के हिसाब से मिलते हैं, यानी एक वर्क के लिए 5 से 7 रुपये का खर्च आता है, जबकि एल्युमिनियम का वर्क 30 रुपए में 100 पीस तक मिल जाते हैं। एक वर्क की कीमत 35 से 50 पैसे आती है। लागत में काफी अंतर होने के चलते अधिकतर दुकानदार एल्युमिनियम के वर्क का ही इस्तेमाल करते हैं। नकली वर्क पकड़ा जाने पर जुर्माने के साथ ही उम्रकैद तक ही सजा हो सकती है।

हो सकती हैं बीमारियां

नकली वर्क में लेड, कैडमियम आदि भी पाया जाता है। इससे फेफड़ों और पेट की कई बीमारियां हो सकती हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि किडनी में इंफेक्शन, फूड प्वाइजनिंग के अलावा इससे फेफड़ों खराब होने के साथ ही कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी तक हो सकती है।

ऐसे करें पहचान

- चांदी का वर्क मुलायम और चमकीला होता है। हथेली पर रगड़ने से यह घुल जाता है।

- एल्युमिनियम का वर्क छोटी-छोटी गोलियों का रूप ले लेता है। वहीं इसमें हल्का काला रंग भी दिखाई देता है।

- नकली वर्क थोड़ा मोटा होता है जबकि असली वर्क महीन होता है।

- चांदी के वर्क को गर्म करने पर यह गोले में बदल जाता है। जबकि मिलावटी वर्क काला पड़ जाता है। राख में भी बदल जाता है।

- चांदी का वर्क लंबे समय तक टिकता है, लेकिन एल्युमिनियम पुराना होने पर काला पड़ जाता है।

इसलिए होता है प्रयोग

काजू बर्फी, बालूशाही, बंगाली मिठाइयों के आलावा शाही टुकड़ा, बिरयानी, कोरमा और कबाब, पान, ड्राई फ्रूट्स, सिल्वर कोटेड इलायची आदि में वर्क का इस्तेमाल मुख्य रूप से किया जाता है। इसमें एंटीमाइक्रोबयल गुण होने के कारण बैक्टीरिया नहीं पनपते है।

बाजार में छोटी मिठाइयों की दुकानों पर यही स्थिति है। सस्ते के चक्कर में दुकानदार यह मिलावट करते हैं। जांच रिपोर्ट में बर्फी में लगा वर्क एल्युमिनियम का पाया गया है।

अर्चना धीरान, अभिहीत अधिकारी, ख्ाद्य विभाग

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नकली वर्क का उपयोग किडनी और शरीर के कई हिस्सों को नुकसान पहुंचाता है। यह आंतों में जम जाता है जिससे इंफेक्शन हो सकता है।

डॉ। एस। के कौशिक, फिजिशियन

एल्युमिनियम के वर्क से दिल और दिमाग पर विपरीत असर होता है। इसमें प्रयोग होने वाले केमिकल शरीर के कई अंगों के लिए नुकसानदायक होते हैं।

डॉ.पीके बंसल, एसआईसी, जिला अस्पताल