- एफएसडीए ने अब तक किसी भी मार्केट में नहीं लिया गया एक भी सैम्पल

- सबसे अधिक नकली खोआ आ रहा है कानपुर से

LUCKNOW: रक्षाबंधन के त्योहार में भाई और बहन एक-दूसरे का मुंह मीठा करने की तैयारी में हैं। लेकिन, जरा संभलकर कहीं ऐसा न हो जो मिठाई आप खिलाने जा रहे हैं वह जहरीली हो! रक्षाबंधन के लिए राजधानी की दुकानों में खोआ की विभिन्न तरह की मिठाइयां ग्राहकों को बेचने के तैयारियां की जा रही हैं। ऐसे में मावे की डिमांड बढ़ गई है। इस बीच राजधानी में मिलावटी खोआ की सप्लाई शुरू हो गई है। इसके बावजूद फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफएसडीए) के अधिकारियों ने इस बार अब तक एक भी इलाके से खोआ या फिर मिठाई का सैम्पल नहीं लिया है। वह भी तब जब हाल ही में हुसैनाबाद इलाके में लड्डू खाकर कई लोग बीमार पड़ गए थे।

मिलता है मोटा मुनाफा

खोआ मंडी से जुड़े लोगों की माने तो रक्षाबंधन करीब आते ही यहां पर खोआ की डिमांड सामान्य दिनों की तुलना में दोगुनी हो गई है। इस मौके पर जहां पर मिठाई के दुकानदार मोटा मुनाफा कमाने की तैयारी में तो भला खोआ की सप्लाई करने वाले भला कैसे चूक सकते हैं। थोक मंडियों के पास मिलावटखोरों के दलाल दुकानदारों को सस्ते में खोआ उपलब्ध कराने का झांसा देकर नकली खोआ दे रहे हैं। इतना ही नहीं मिलावट खोर दुकानदारों को खोआ उनकी दुकान तक पहुंचाने का काम भी कर रहे हैं। इसके लिए भी चार्ज वसूला जा रहा है। वहीं एफएसडीए के अधिकारी इस बात की इंतजार कर रहे है कि जब शिकायत आएगी तब एक्शन लिया जाएगा।

शुद्ध खोआ का दाम अधिक

खोआ मंडी के व्यापारियों के अनुसार एक लीटर दूध में 200 ग्राम खोआ तैयार होता है। ऐसे में एक किलो खोआ तैयार करने में कम से कम पांच लीटर दूध चाहिए होता है। ऐसे में एक किलो खोए की कीमत 200 से ऊपर पहुंच जाती हैं। वहीं मंडी में खोए की कीमत 150 से रुपए किलो तक है। अधिक मात्रा में खोआ खरीदे जाने पर इसका दाम और कम कर दिया जाता है। वहीं एक अन्य व्यापारी ने बताया कि कई ब्रांडेड कंपनियों के खोआ भी मार्केट में है लेकिन इनके दाम बहुत अधिक हैं। ऐसे में व्यापारी इस ओर का रुख ही नहीं करते हैं।

कानपुर से अधिक मात्रा में आ रहा है खोआ

कानपुर से भारी मात्रा में मिलावटी लखनऊ की खोआ मार्केट में सप्लाई किया जा रहा है। यह खोआ चारबाग, ऐशबाग, ठाकुरगंज की खोआ मंडियों में खपाया जा रहा है। खोआ मंडियो के व्यापारी बताते है कि राजधानी के कई नामचीन मिठाई वाले भी इस खोए के खरीदार है। खोआ का बड़ा आर्डर आने पर इसके लिए अलग से व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा आस-पास के गांवों से भी इस मौसम में मिलावटी खोआ मार्केट में खपाया जाता है। खोए में आधा शुद्ध खोआ होता है। इसके अलावा इसमें मैदा, आरारोट, आलू और आटा मिलाया जाता है। कई लोगा तो दूध की जगह मिल्क पाउडर का यूज करते हैं। मीठापन लाने के लिए ग्लूकोज और चिकनाई के लिए पॉम आयल का प्रयोग करने से भी लोग परहेज नहीं करते हैं। कानपुर के अलावा सीतापुर से भी खासी मात्रा में मिलावटी खोआ रोजाना मंडी लाया जाता है।

डेली दो लाख की है सेल

राजधानी में तीन से चार खोआ मंडी बनी हुई हैं। इनमें दो नाके में, एक ऐशबाग में, एक ठाकुरगंज में और एक सीतापुर रोड पर। सीतापुर रोड मंडी के दूध व्यापारी बताते है कि मार्केट में रोजाना पांच से छह कुतंल खोए की खपत होती है। सहालग और त्योहारों के सीजन में इसमें इजाफा हो जाता है। इस समय लगभग आठ कुंतल खोए की खपत रोजाना हो रही है। डेली डेढ़ से दो लाख खोए की खपत हो रही है। तीन दिनों के अंदर यह खपत छह लाख रुपए से ऊपर पहुंच जाएगी। एफएसडीए के अधिकारियों की माने तो इस फाइनेंसशियल ईयर में अब तक मिलावटखोरी के आधा दर्जन मामले ही पाए गए और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। यदि कोई व्यक्ति मिलावट खोरी के मामले में दोषी पाया जाता है तो उसे उम्र कैद भी हो सकती है।

राजधानी में कहीं भी नकली खोआ बिकने की सूचना है तो तुरंत ही हमें सूचित कर सकते हैं। उनके खिलाफ तुरंत एक्शन भी लिया जाएगा। रही बात मिलावटी खोआ की तो इसके लिए थर्सडे से अभियान भी चलेगा।

-एसपी सिंह

सीएफएसओ, एफएसडीए

यहां करें शिकायत

सीएफएसओ एसपी सिंह ने बताया कि मिलावटीखोरी की सूचना के लिए जिलाधिकारी कार्यालय में जनसुविधा केन्द्र बनाया गया है। लोग वहां पर मिलावट खोरी की सूचना दे सकते हैं।

टोल फ्री नंबर-18001805535

अभिहित अधिकारी- 94544468577

सीएफएसओ- 9044261361