का सप्लाई वाटर पीने लायक नहीं

-सैंपल टेस्ट में आर्सेनिक, लेड व फ्लोराइड की अधिकता का खुलासा

-पीना ही नहीं, इस पानी को छूना भी बीमारी को न्योता देना है

>RANCHI: पुरूलिया रोड से सटे पत्थलकुदवा इलाके का पानी किसी लेवल पर पीने लायक नहीं है। आर्सेनिक वाला यह सप्लाई वाटर बीमारियां बांट रहा है। इसे पीना तो दूर, छूना भी खतरे से खाली नहीं है। जी हां, इलाके में वाटर सप्लाई के सैंपल टेस्ट में कुछ ऐसी ही रिपोर्ट सामने आई है। पानी में आर्सेनिक, लेड, फ्लोराइड व आयरन की मात्रा अधिक पाई गई है, जो जानलेवा बीमारियों का कारण बन रहा है। इससे लोगों को कैंसर, लंग डिजीज, किडनी सहित कई बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।

बीमार हो रहे लोग

यहां का सप्लाई वाटर दिखने में तो पूरा साफ है, लेकिन लैब में टेस्ट करने के बाद पता चला कि इस पानी में हैवी मात्रा में आर्सेनिक है। इसके अलावा लेड, फ्लोराइड व आयरन की मात्रा भी अधिक है। हालांकि, पत्थलकुदवा इलाके में पहले भी पानी में आर्सेनिक की शिकायत आती रही है। वहीं, यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि यही पानी पीकर हम लोग बीमार पड़ रहे हैं।

क्या है टेस्ट रिपोर्ट

पीएच लेवल 9.क्

टीडीएस क्90

-म्.भ् पीच लेवल ही है आदर्श स्थिति

-भ्0-क्00 तक चल सकता है टीडीएस

क्या है नुकसान

आर्सेनिक: कैंसर का खतरा, लीवर, स्किन, लंग डिजीज और किडनी को करता है प्रभावित।

फ्लोराइड: शरीर का विकास रोक देगा।

आयरन: शारीरिक क्षमता कम करता है

आई नेक्स्ट ने कराया सैंपल टेस्ट

अपने अभियान के दूसरे दिन आई नेक्स्ट ने पत्थलकुदवा इलाके में वाटर सप्लाई का सैंपल टेस्ट कराया। पैसिफिक ब्लू मर्चेडाइज लैब में सबसे पहले पीएच लेवल फिर टीडीएस की जांच की गई। दोनों में कोई भी रिपोर्ट ऐसी नहीं आई, जिसके आधार पर यह कहा जा सके कि पानी पीने लायक है। पानी में खतरनाक तत्व बड़ी मात्रा में मिले हैं, जो घातक बीमारी के कारण बन रहे हैं।

वर्जन

पत्थलकुदवा का पानी किसी भी लेवल पर पीने लायक नहीं है। पानी देखने में ही साफ है। लैब में टेस्ट के बाद इसमें आर्सेनिक की अधिक मात्रा पाई गई है, जो स्किन डिजीज समेत कई बीमारियां का कारण बन रहा है।

-प्रशांत मिश्रा, डायरेक्टर, पैसिफिक ब्लू, मर्चेंडाइज प्रालि