- मोहल्ले में चोरी का झांसा देकर उतरवा ली दो लाख रुपये की ज्वैलरी

- कागज में लपेट कर दे दिये ईट-पत्थर, घर जाकर पता चला

LUCKNOW: 'अरे आपको पता नहीं कि सरिता के यहां चोरी हो गई है। हम सीबीआई के ऑफिसर हैं, जांच करने के लिये आए हैंआप ये इतनी कीमती ज्वैलरी क्यों पहने हैंइसे फौरन उतारिए और कागज में लपेटकर घर जाइये' बस इतना कहने के बाद सीबीआई ऑफिसर बने दो जालसाजों ने रेखा भाटिया की सारी ज्वैलरी उतरवा ली और कागज में लपेटने के बहाने उसे हड़पकर चंपत हो गए। भुक्तभोगी रेखा के बेटे ने आलमबाग कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है।

मंदिर से लौट रही थीं

टेढ़ी पुलिया निवासी रेखा भाटिया की लालकुआं और टेढ़ी पुलिया में बेकरी है। मंगलवार सुबह रेखा पितृ पक्ष का दान देने के लिये आदर्शनगर स्थित शिव मंदिर गई थीं। दान देने के बाद रेखा पैदल ही घर लौटने लगीं। इसी दौरान अभी वह मंदिर से कुछ दूर ही आई थीं कि दो लोगों ने उन्हें खुद को सीबीआई का अफसर बताते हुए रोक लिया। उनमें से एक शख्स ने रेखा को बताया कि सरिता के यहां चोरी हो गई है और वह इतनी कीमती ज्वैलरी पहनकर क्यों जा रही हैं।

उतरवा ली ज्वैलरी

उन लोगों ने कुछ दूर खड़ी कार को दिखाकर बताया कि उसमें उनके अफसर बैठे हैं और अगर उन्होंने उनकी ज्वैलरी देख ली तो वह मुसीबत में फंस सकती हैं। इतना सुनते ही रेखा ने अपनी ज्वैलरी उतारनी शुरू कर दी। इसी बीच उन दोनों जालसाजों ने रेखा की ज्वैलरी खुद ही उतारना शुरू कर दिया। पूरी ज्वैलरी उतारने के बाद उन लोगों ने एक कागज निकाला और उसमें पूरी ज्वैलरी रखने का नाटक किया। इसके बाद उन लोगों ने कागज को रेखा को दे दिया और उसे घर जाकर ही खोलने की हिदायत दी। रेखा भी उस पुडि़या को लेकर चुपचाप घर चली गई।

पुडि़या खोली तो उड़े होश

घर पहुंचने पर रेखा ने बहू पूजा को बताया कि वह दो 'भले सीबीआई अफसरों' की वजह से बच गई। इसके बाद उन्होंने पूजा के सामने पूरी घटना बयान की और फिर कागज की पुडि़या खोली। पर, पुडि़या खोलते ही उनके होश उड़ गए। पुडि़या में ज्वैलरी नहीं बल्कि छोटे-छोटे कंकड़ थे। वह भागकर फिर से उसी जगह पहुंची जहां उन्हें कथित सीबीआई ऑफिसर मिले थे। लेकिन, वे वहां से नदारद थे। आखिरकार उन्होंने बेटे विमल भाटिया को इसकी सूचना दी। विमल ने फौरन आलमबाग पुलिस को घटना की जानकारी दी।