-हजरतगंज कोतवाली में दर्ज हुई एफआईआर

-बिल्डर कंपनी के अप्रूव्ड मार्केटिंग एजेंट ने लगाया चूना

-शिकायत करने पर झाड़ लिया पल्ला

LUCKNOW: राजधानी में एक फ्लैट का सपना देखना एनएचआई के प्रोजेक्ट इंजीनियर सतीश चंद्र पाण्डेय को महंगा पड़ गया। जालसाजों ने उनसे ख्फ् लाख रुपए ठग लिए और जब फ्लैट देने की बारी आई तो हाथ झाड़ लिये। भुक्तभोगी इंजीनियर ने सोमवार को हजरतगंज कोतवाली में सौरभ रौशाय, असीम चतुर्वेदी और जयराम जालान के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई है।

अलग-अलग किश्तों में वसूली रकम

गोमतीनगर विजय खंड निवासी सतीश चंद्र पाण्डेय बरेली-मुरादाबाद सेक्शन में नेशनल हाइवे में प्रोजेक्ट इंजीनियर हैं। सतीश के मुताबिक, बीते दिसंबर महीने में उन्होंने राजधानी में एक फ्लैट खरीदने की सोची। इसी दौरान उनकी मुलाकात रौशा कैपिटल इनवेस्टर्स के एमडी सौरभ रौशा और असीम चतुर्वेदी से हुई। उन्होंने फैजाबाद रोड स्थित स्प्रिंग ग्रीन रियल एस्टेट कंपनी के रेजीडेंशियल अपार्टमेंट में फ्लैट खरीदने की सलाह दी। विजिट में फ्लैट पसंद आया और सतीश ने स्प्रिंग ग्रीन फेस-ख् में आठ लाख रुपए देकर एक फ्लैट बुक करा दिया। इसके बाद अलग-अलग किश्तों में सतीश ने रौशा को कुल ख्फ् लाख रुपये सौंप दिये।

फ्लैट किसी दूसरे का निकला

सतीश ने बताया कि जुलाई में उन्होंने भुगतान करने के बाद फ्लैट के बारे में जानकारी की। इस दौरान पता चला कि जो फ्लैट उन्होंने बुक कराया था, स्प्रिंग ग्रीन एस्टेट कंपनी ने किसी दूसरे शख्स के नाम पर उसकी रजिस्ट्री कर दी। जब उन्होंने कंपनी के एमडी जयराम जालान से बात की तो उसने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि रौशा की मार्केटिंग कंपनी से उनका टाइअप खत्म हो गया है। आखिरकार सतीश ने हजरतगंज पुलिस से इस मामले की शिकायत की। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर इंक्वायरी शुरू कर दी है।

एक आरोपी पहले से जेल में

सतीश ने बताया कि उन्होंने अपना फ्लैट बुक कराने के बाद रामपुर निवासी मित्र मनोज त्यागी के लिये भी एक फ्लैट बुक कराया था। उसके साथ भी रौशा और उसके पार्टनर असीम चतुर्वेदी ने धोखाधड़ी कर उसकी रकम हड़प ली। मामले की भनक लगने पर मनोज त्यागी ने एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने असीम चतुर्वेदी को अरेस्ट कर जेल भेज दिया था।