-सेक्टर- 25 में घटना से हड़कंप

- सुसाइड नोट में बीमारी को बताया सुसाइड की वजह

LUCKNOW (20 Nov): मैं बहुत बीमार हूं। मुझे कई बीमारियों ने ग्रसित कर रखा है। इसलिए मैं मर रहा हूं। इसके लिये कोई जिम्मेदार नहीं हैबस इन्हीं चंद लफ्जों में अपनी जिंदगी में चल रही कशमकश को बयां करने के बाद रिटायर्ड आईएएस रामभरोसे भास्कर (70)ने गुरुवार सुबह अपने घर में ही लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली से उड़ा लिया। गोली चलने की आवाज सुनकर वहां पहुंची उनकी वाइफ ने उन्हें इलाज के लिये सिविल हॉस्पिटल पहुंचाया जहां डॉक्टर्स ने उन्हें डेड डिक्लेयर कर दिया। मृतक रामभरोसे बीमारी के चलते डिप्रेशन में थे।

ब्रेकफास्ट किया और मार ली गोली

जालौन के उरई के मूल निवासी रामभरोसे भास्कर आईएएस ऑफिसर थे। उनका इंदिरानगर के ए-ब्लाक में मकान है। पर पिछले कई साल से वह पत्नी विमला भास्कर के साथ सेक्टर-ख्भ् स्थित बेटी इन्दु पुष्कर के मकान में रह रहे थे। विमला भास्कर के मुताबिक, गुरुवार सुबह करीब आठ बजे रामभरोसे सोकर उठे। इसके बाद उन्होंने ब्रेकफास्ट किया। करीब 9.क्भ् बजे वह बिना कोई बात किये बेडरूम में चले गए। उस वक्त विमला ड्रॉइंग रूम में बैठकर न्यूजपेपर्स पढ़ रही थीं। बेडरूम में पहुंचने के कुछ देर बाद ही बेडरूम से गोली चलने की आवाज आई.फायरिंग की आवाज सुनकर विमला भागते हुए वहां पहुंची।

नजारा देख निकली चीख

बेडरूम का नजारा देख उनके मुंह से चीख निकल गई। वहां जमीन पर रामभरोसे लहूलुहान हालत में पड़े हुए थे। उनके करीब ही उनकी लाइसेंसी रिवॉल्वर पड़ी हुई थी। दरअसल, रामभरोसे ने अपनी दाहिनी कनपटी से रिवॉल्वर सटाकर खुद को गोली मार ली थी। बदहवास विमला ने शोर मचाकर पड़ोसियों को मदद के लिये बुलाया। शोर सुनकर पड़ोस में रहने वाले पेशे से कॉन्ट्रैक्टर मनोज व तारिक भागकर वहां पहुंचे। रामभरोसे की हालत देख वह उन्हें राममनोहर लोहिया हॉस्पिटल ले गए। पर, डॉक्टर्स ने हालत नाजुक होने की वजह से उन्हें ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। इसके बाद वे लोग उन्हें लेकर सिविल हॉस्पिटल पहुंचे। जहां डॉक्टर्स ने उन्हें डेड डिक्लेयर कर दिया।

बीमारियों से चल रहे थे परेशान

विमला ने बताया कि रामभरोसे को अस्थमा की शिकायत थी। इसके अलावा उन्हें रीढ़ की हड्डी में स्लिप डिस्क की प्रॉब्लम थी। उन्होंने बताया कि कुछ साल पहले दिल्ली में रामभरोसे की कमर का ऑपरेशन हुआ था। जहां डॉक्टर्स ने उनकी कमर में स्टील प्लेट लगाई थी। पर, इस ऑपरेशन का कोई फायदा नहीं हुआ और उनकी कमर में दोबारा दर्द शुरू हो गया। असहनीय दर्द और अस्थमा की प्रॉब्लम की वजह से रामभरोसे डिप्रेशन के शिकार हो गए। इन दिनों उनका गोमतीनगर स्थित एक प्रतिष्ठित प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था।

महत्वपूर्ण ओहदों को संभाला

रिटायर्ड आईएएस रामभरोसे भास्कर लंबे समय तक पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निजी सचिव रहे। इसके अलावा वह हरदोई और नैनीताल के डीएम भी रह चुके हैं। अपने बेदाग लंबे कैरियर के आखिर में वह प्रमुख सचिव ऊर्जा के पद से रिटायर हुए थे। रिटायर होने के बाद उन्हें सर्विस ट्रिब्यूनल का मेम्बर मनोनीत किया गया। तीन साल बाद उनका ट्रिब्यूनल में कार्यकाल खत्म हो गया। वहीं, रामभरोसे की पत्नी विमला भास्कर जालौन में जिला पंचायत सदस्य हैं। उनके बड़े बेटे हरीश भास्कर सीतापुर कोर्ट में जज हैं। दूसरा बेटा हिमांशु भास्कर दिल्ली में एमटीएनएल में जीएम हैं। जबकि बेटी इन्दु पुष्कर अपने पति मुकेश पुष्कर के साथ दिल्ली में रहती हैं।