-रसूख दिखाने का शौक बन रहा मौत का सबब

-बीते कई सालों मे लाइसेंसी वेपन्स का एक बार भी नहीं हुआ सेल्फ डिफेंस के लिए यूज

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LUCKNOW: गाजीपुर के इंदिरानगर में रिटायर्ड आईएएस रामभरोसे भास्कर ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। बताया जाता है कि वह बीमारी की वजह से डिप्रेशन में थे। लाइसेंसी असलहे से खुद को ही मौत के घाट उतारने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई लोग रसूख दिखाने के लिये खरीदे गए लाइसेंसी असलहों का शिकार हो चुके हैं। ठीक इसी तरह श्याम बहार पान मसाले के मालिक संजीव मिश्रा ने प्वाइंट फ्ख् बोर की रिवॉल्वर खरीदी तो थी सेल्फ डिफेंस के लिये लेकिन वही रिवॉल्वर उनकी मौत का सबब बन गई। संजीव ने बीते दिनों अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। इसी तरह पुकार पान मसाला के मालिक उदय चंद्र चौरसिया के बेटे पंकज ने भी अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली से उड़ा लिया। बीते दो सालों में करीब दो दर्जन लोगों ने गोली मारकर मौत को गले लगा लिया। कुछ मामलों में तो सुसाइड करने से पहले लाइसेंस होल्डर ने अपने परिवार को भी मौत के घाट उतार दिया। गौरतलब है कि यह सभी सुसाइड लाइसेंसी असलहों से किये गए। जबकि, इस मियाद में एक भी ऐसी घटना सामने नहीं आई कि सेल्फ डिफेंस के लिये खरीदे गए इन लाइसेंसी असलहों से किसी ने अपनी जान बचाई हो।

शौकिया प्रदर्शन में हुई कई घटनाएं

सुसाइड के अलावा ज्यादातर घटनाएं वेपन के शादी-पार्टियों में शौकिया प्रदर्शन के दौरान हो रही हैं। बंथरा में मैकू लाल यादव के यहां तिलक समारोह में हर्ष फायरिंग के दौरान वेटर का काम कर रहे शेरा मौर्या गोली लगने से घायल हो गया। इसी तरह शादी समारोह के दौरान पिछले साल चिनहट में मनीष यादव को गोली लगी, वहीं गोसाईंगंज में भी शादी के दौरान हो रही अंधाधुंध फायरिंग में एक बच्ची की जान चली गई।

बरबाद हो गई फैमिली

आत्मरक्षा के लिए खरीदी गई रिवाल्वर ने राजाबाजार के सर्राफा व्यवसायी चन्द्र प्रकाश वर्मा की पूरी फैमिली ही तबाह कर दी। प्रापर्टी को लेकर परेशान चन्द्र प्रकाश ने वर्ष ख्0क्ख् में ख्ब् अगस्त की शाम दो बेटियों, वाइफ, बूढ़ी मां और मौसी को गोलियों का निशाना बनाने के बाद सुसाइड कर लिया। वाइफ व मौसी के अलावा सभी की डेथ हो गई।

बहुत कम कर पाते हैं सेल्फ डिफेंस

जब जरूरत होती है तो लाइसेंसी वेपन का इस्तेमाल नहीं हो पाता। पुलिस रिकॉर्ड बताते हैं कि बीते चार साल के दौरान केवल चौक के सर्राफा व्यवसायी देवेन्द्र अग्रवाल ने बदमाशों के खिलाफ अपना लाइसेंसी वेपन यूज किया। इस दौरान पन्द्रह ऐसी घटनाएं हुई जहां लाइसेंसी वेपन होने के बावजूद उनका इस्तेमाल नहीं हो पाया। देवेन्द्र को दुकान बंद करके घर जाते समय बाइक सवार बदमाशों ने लूटने की कोशिश की। बदमाशों की गोली लगने के बावजूद देवेन्द्र ने अपनी रिवाल्वर से उन पर फायर करके बचाव किया। देवेन्द्र की हिम्मत देख आखिरकार बदमाशों ने भाग जाने में ही भलाई समझी।

आत्मरक्षा नहीं आत्महत्या का जरिया

लाइसेंसी वेपन आत्मरक्षा की जगह आत्महत्या का मेन जरिया बन रहे हैं। बीते दिनों राजधानी में हुई तमाम घटनायें इसी ओर इशारा करती हैं। बीती क्क् फरवरी को पान मसाला व्यवसायी संजीव मिश्रा ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली से उड़ा लिया। इसी तरह फ्0 अप्रैल को एक अन्य पान मसाला व्यवसायी पंकज चौरसिया ने भी अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। वहीं ख्0क्ख् की ख्7 जुलाई को तेजतर्रार जेल सुपरीटेंडेंट आरके केसरवानी ने अपनी पिस्टल से पहले वाइफ को गोली मारी फिर खुद भी सुसाइड कर लिया। इसी तरह, ख्फ् जनवरी को गोमतीनगर में जल निगम के सीएंडडीएस के इंजीनियर सुनील वर्मा ने खुद को गोली से उड़ा लिया। क्8 सितंबर को तालकटोरा एरिया में रिटायर्ड नायब तहसीलदार राजेश पांडेय ने भी अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली से उड़ा लिया।

लाइसेंसी वेपन से हुई प्रमुख घटनाएं

-ख्0 नवंबर ख्0क्ब्- गाजीपुर के इंदिरानगरम में रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर रामभरोसे भास्कर ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मारी, मौत

- फ्0 अप्रैल ख्0क्ब्- नाका के खुर्शेदबाग में पान मसाला व्यवसायी पंकज चौरसिया ने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली से उड़ाया

- फ् अप्रैल ख्0क्ब्- पारा के डिप्टी खेड़ा निवासी एडवोकेट रामखिलावन यादव ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मारकर किया सुसाइड

- भ् मार्च ख्0क्ब्- गुडंबा के कल्याणपुर में दोस्त के पिता की लाइसेंसी राइफल से खिलवाड़ में बीटेक स्टूडेंट अश्रि्वनी राय उर्फ छोटू की जान गई

- क्क् फरवरी ख्0क्ब्- वजीरगंज के शास्त्रीनगर में पान मसाला व्यवसायी संजीव मिश्रा ने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली से उड़ाया

- ख्म् दिसंबर ख्0क्ख्- कृष्णानगर निवासी सब इंस्पेक्टर धर्मनारायण पांडेय की बेटी ज्योति ने पिता की सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली से उड़ाया

- ख्ब् दिसंबर ख्0क्ख्- विकासनगर सेक्टर पांच निवासी बैंककर्मी सुरेंद्र सिंह ने अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से वाइफ अनामिका और बेटी नेहा को गोली मारने के बाद खुद भी किया सुसाइड

- क्7 नवंबर ख्0क्ख्- अलीगंज में केबल व्यवसायी ने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मारी

- 7 नवंबर ख्0क्ख् - ठाकुरगंज में प्रशांत दीक्षित ने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली से उड़ाया

- ख्ब् अगस्त ख्0क्ख्- राजाबाजार निवासी सर्राफा व्यवसायी चंद्र प्रकाश ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से वाइफ, दो बेटियों, बूढ़ी मां और मौसी को गोली मारने के बाद किया सुसाइड, वाइफ और मौसी के अलावा सबकी मौत

- ख्7 जुलाई ख्0क्ख्- कृष्णानगर में जेल सुपरीटेंडेंट आरके केसरवानी ने सर्विस पिस्टल से वाइफ को गोली मारने के बाद खुद भी किया सुसाइड

- ख्फ् जनवरी ख्0क्ख्- गोमतीनगर में जल निगम की सीएंडडीएस के इंजीनियर सुनील वर्मा ने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मारी

- क् जनवरी ख्0क्ख्- गोमतीनगर में प्रशासनिक अधिकारी विभोर मिश्रा ने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली से उड़ाया

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में परिवार के सदस्यों के बीच कम्युनिकेशन गैप बढ़ता जा रहा है। जिस वजह से उनके बीच अपनेपन की भावना खत्म होती जा रही है। यही वजह है कि अब वेस्टर्न कंट्रीज की तरह हमारे परिवारों में भी इस तरह की घटनायें आम होती जा रही हैं।

- डॉ। नितेश मिश्रा

समाजशास्त्री