-बदमाशों के भागने के दौरान पड़ोसी द्वारा ली गई फोटोग्राफ में हुआ था कैद

-एसएसपी ने सामने आने की दी थी चेतावनी

-संयोगवश उधर से गुजरने की बात बताई, रिहा

LUCKNOW: हसनगंज के बाबूगंज स्थित एचडीएफसी बैंक एटीएम में हत्या व लूटपाट कर भाग रहे बदमाशों के बगल में दिख रहा बाइकसवार युवक खुद ही रविवार को पुलिस के पास जा पहुंचा और अपने को बेकसूर बताया। पुलिस ने लंबी पूछताछ और उसकी पारिवारिक बैकग्राउंड की पड़ताल के बाद उसे वापस कर दिया।

मोबाइल फोन से खींची फोटो में हुआ था कैद

शुक्रवार को हसनगंज के बाबूगंज स्थित एचडीएफसी बैंक एटीएम में तीन लोगों की हत्या व भ्0 लाख रुपये की लूटपाट की वारदात में बदमाशों के फरार होते वक्त एटीएम के सामने स्थित घर से प्रत्यक्षदर्शी ने अपने मोबाइल फोन से बदमाशों की फोटोग्राफ खींच ली थी। इस फोटोग्राफ में बदमाशों की बाइक के ठीक बगल में एक काली बाइक पर सवार सफेद शर्ट पहने युवक उन्हें देखते हुए आगे बढ़ता दिखाई दे रहा था।

एसएसपी की चेतावनी पर पहुंचा

फोटोग्राफ सामने आने के बाद पुलिस ने संदेह जताया था कि वह युवक बदमाशों का साथी हो सकता है। खास बात यह थी कि जहां एक बदमाश हेलमेट पहने था तो दूसरा सिर पर टोपी व मुंह में रुमाल बांधे हुए था। जिससे उनकी पहचान नहीं हो पा रही थी। हालांकि, उनके बगल से गुजरते उस युवक का चेहरा खुला हुआ था। जिसके बाद एसएसपी यशस्वी यादव ने चेतावनी दी थी कि अगर फोटोग्राफ में दिख रहा युवक बदमाशों का साथी नहीं है तो वह खुद ही सामने आकर अपनी बेगुनाही साबित करे। चेतावनी देने के एक दिन बाद रविवार को डंडइया बाजार के करीब स्थित पांडेय टोला निवासी एक युवक पुलिस के पास पहुंचा।

नहीं लग पाया घटना का पता

उसने फोटोग्राफ में खुद के होने की पुष्टि करते हुए पुलिस को बताया वह संयोगवश वारदात के फौरन बाद उधर से गुजरा था और उसे वहां हुई घटना का बिलकुल भी पता नहीं था। उसने बताया कि वह सामान्य तौर पर एटीएम को देखते हुए उधर से गुजर गया। जबकि शनिवार सुबह अखबारों से उसे वहां हुई इस घटना का पता चला। उसके बयान और पारिवारिक बैकग्राउंड की पड़ताल के बाद पुलिस ने उसकी बेगुनाही पर मुहर लगाते हुए उसे वापस कर दिया।