RANCHI : एलोपैथिक दवा की पैकेजिंग आयुर्वेदिक दवा में करने के बाद उसे सेक्सवर्धक दवा के तौर पर बाजार में खपाने के मामले में पुलिस ने ललित कुमार समेत दो दवा कारोबारियों को हिरासत में लिया है। ड्रग इंस्पेक्टर प्रणब प्रभाकर और सुखदेवनगर पुलिस ने शुक्रवार को हरमू के गंगानगर में छापेमारी कर दवा का अवैध कारोबार करने वाले गैंग का खुलासा किया। दवाओं का यह गोरखधंधा एक किराए के मकान में पिछले डेढ़ साल से चल रहा था। पुलिस ने यहां से लगभग दस लाख की दवा बरामद की है।

भारी मात्रा में टैबलेट बरामद

दवाओं के गोरखधंधे की शिकायत मिलने के बाद सुखदेवनगर पुलिस की मदद से यहां छापेमारी की गई। छापेमारी में भारी मात्रा में एलोपैथिक टैबलेट बरामद हुए हैं। मौके पर से ही दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन्होंने बताया कि एलोपैथ को आयुर्वेद दवा के तौर पर पैकेजिंग करने का धंधा डेढ़ साल से चल रहा था।

कई राज्यों में होती थी सप्लाई

ड्रग इंस्पेक्टर ने बताया कि यहां बड़े स्तर पर एलोपैथिक टैबलेट का पाउडर बनाकर उसकी पैकेजिंग आयुर्वेदिक दवा के रूप में की जाती थी। इस दवा को सेक्स वर्धक और गुप्त रोगों के इलाज की दवा के तौर पर बाजार में उतारा जाता था। इन दवाओं की सप्लाई झारखंड के अलावा हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, बिहार, ओडि़सा और बंगाल में की जाती थी।

मुख्य सरगना अलखदेव सिंह फरार

दवाओं के अवैध कारोबार का मुख्य आरोपी अलखदेव सिंह फरार चल रहा है। वह बिहार के नालंदा जिले का रहने वाला है। इस मामले में मकान मालिक संतोष कुमार और पकड़े गए दो लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। फिलहाल ड्रग इंस्पेक्टर के बयान पर सुखदेवनगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस पूरे मामले की गहनता के साथ छानबीन कर रही है।