आगरा। चर्च पर हमले के मामले को पुलिस ने शुरू से बेहद हल्के में लिया। पुलिस की शुरुआती कार्रवाई ही मामले को दबाने वाली थी। मौके से घटना वाले दिन ही सबूत खत्म कर दिए थे, रही-सही कसर अब पूरी कर दी। मौके पर शराब कीकुछ बोतलें पड़ी थीं लेकिन पुलिस ने उस तरफ कोई गौर नहीं किया। जबकि कांच से फिंगर प्रिंट लेना आसान है। लेकिन जब मौके पर फॉरेंसिक टीम ही नहीं पहुंची।

वारदात से पूर्व हुई डि्रंक पार्टी

चर्च के मुख्य द्वार के बराबर से बाउंड्री वॉल के बराबर से घास उगी हुई है। उसी घास में कुछ शराब के क्वार्टर व बोतलें पड़ी थी। माना जा रहा है कि हमलावरों ने वारदात करने से पूर्व पार्क में आराम से शराब पी। बाद में बेखौफ ईट लेकर मूर्तियों को तोड़ना शुरु कर दिया।

पुलिस की लापरवाही से मिटे सबूत

वारदात के बाद पुलिस ने भारी लापरवाही दिखाई। मौके पर पिकेट तैनात है फिर भी इस ओर क्यों नहीं देखा गया। यदि एक भी बोतल पुलिस के कब्जे में आ जाती तो बड़ा सबूत हाथ लग सकता था। इससे हमलावरों तक पहुंचने में आसानी होती। लेकिन अब वह बोतलें मौके पर नहीं मिलेंगी क्योंकि वहां से बोतलें हटा दी गई हैं। सबूत के नाम पर एक ब्रांडेड शराब की बोतल का खाली रैपर पड़ा हुआ है जो उस रात हुई पार्टी की गवाही दे रहा है।

घटना की जानकारी पर पहुंचे विदेशी मेहमान

स्कॉटलैण्ड निवासी माइकल व जेनिफर पिछले छह माह से भारत भ्रमण पर निकले हुए हैं। वह आगरा में स्मारकों को देखने आए हैं। जिस होटल में वह रुके वहां के मैनेजर के माध्यम से उन्हें चर्च में हुई तोड़फोड़ की घटना की जानकारी हुई। दोनों ही रोमन कैथलिक हैं। इस जानकारी पर उन्हें गहरा दुख हुआ।

चर्च में पहुंच कर की प्रार्थना

दोनों शुक्रवार को सेण्ट मैरी चर्च में पहुंच गए। वहां पर गॉड के सामने प्रार्थना की। वहां के लोगों को सांत्वना दी। उनका कहना था कि चर्च के अंदर इस तरह की वारदात दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उनका मानना था कि इस घटना से देश भर के लोगों को धक्का लगा है। पूरे विश्व में जहां भी चर्च में वारदात की खबर पहुंची वहां पर लोगों ने दुख प्रकट किया है।

दोनों के चेहरे पर एक उदासी

घटना स्थल पर पहुंचे विदेशी मेहमानों ने जहां-जहां पर हमला हुआ वहां का मुयायना किया तो उनके चेहरे पर मायूसी छा गई। मां मरियम की मूर्ति का स्थान देख माइकल को काफी दुख था। चूंकि वहां पर कल तक मूर्ति लगी हुई थी लेकिन अब वह स्थान सूना है। साथ ही चर्च के अंदर घुसने वाले दरवाजे पर निशान देख कर दोनों स्तब्ध थे।

किया गया पुलिस टीम का गठन

एसएसपी राजेश मोदक ने इस मामले में जांच के लिए टीम गठित की है। टीम में एसपी सिटी समीर सौरभ, सीओ असीम चौधरी, इंस्पेक्टर रकाबगंज निर्मल सिंह, एसआई सर्विलांस अजय किशोर के अलावा तीन एसआई व सीपी प्रशांत कुमार हैं। टीम के सदस्य इस पूरे मामले की तफ्तीश करेंगे।

कौन हो सकते हैं अपराधी

माना जा रहा है कि यह किसी विक्षिप्त का काम है। चूंकि इस तरह से कांच को तोड़ना। मूर्तियों को तोड़ना, मां मरियम के गले में चेन डाल कर नीचे खींच लेना। घटना को देख कर लगता है कि जैसे किसी दिमागी रूप से विक्षिप्त व्यक्ति ने यह कृत्य किया हो। लेकिन दूसरी तरफ यह धार्मिक भावनाएं भड़काने वाला कृत्य भी है। पुलिस टीम इस बात की जांच करेगी कि कौन साम्प्रदायिक भावनाएं भड़का सकता है। इस मामले में कौन अपराधी हो सकता है। पुलिस गिरिजाघर के आस-पास की सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।

अब नमूने लेने का क्या फायदा

बताया गया है कि पुलिस अब जाकर कांच के कुछ नमूने लिए है साथ ही टूटी मूर्तियों के भी नमूने लिए लेकिन अब इससे क्या फायदा क्योंकि घटना के बाद से कई लोग उन टुकड़ों को छू चुके हैं। इस मामले में पुलिस ने पार्टी की कैटरिंग के कुछ लोगों के साथ अन्य लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

जगह-जगह हुई सभाएं

आगरा। सिटी के चर्च में जगह-जगह सभाएं की गई।

सैंट मैरी में एक महा सभा की गई। जिसमें विभिन्न धर्म गुरुओं ने भाग लिया। इसके अलावा बैप्टिस्ट चर्च में एडीएम सिटी राजेश कुमार श्रीवास्तव को विज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान बैप्टिस्ट के फादर सुरेश दयाल के अलावा सेंट मैरी के फादर मून लॉजरस, व अन्य चर्च के फादर व अन्य धर्मगुरुओं के अलावा विभिन्न सामाजिक संगठनों के लोग मौजूद रहे।