-टावरों से चोरी बैट्री सिर्फ कबाड़ में हो सकती हैं यूज

-कई कंपनियों के टावर से चोरी हुई बैट्री, कई जगह नहीं लिखी गई केस

<-टावरों से चोरी बैट्री सिर्फ कबाड़ में हो सकती हैं यूज

-कई कंपनियों के टावर से चोरी हुई बैट्री, कई जगह नहीं लिखी गई केस

BAREILLY: BAREILLY: मोबाइल टावरों से चोरी की गई लाखों की बैट्रियां बदमाशों ने मात्र ब्भ् हजार रुपए में बेची थीं। क्योंकि इन बैट्रियों का यूज नहीं हो सकता है। ये बैट्रियां सिर्फ कबाड़ में ही बिकती हैं। पुलिस अभी तक बैट्री खरीदने वाले को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। यही नहीं कई जगह टावरों से चोरी बैट्री की एफआईआर ही नहीं दर्ज की गई है। पुलिस ने कंपनी के अधिकारियों से कह दिया कि वह अपने टावर पर सिक्योरिटी इंतजाम करें।

ब्भ् हजार हुए थे रिकवर

एसपी सिटी की टीम ने वेद प्रकाश गंगवार, जोगेंद्र राठौर, दिनेश गुर्जर, अब्दुल हसन, राजेंद्र यादव और मनोज नाम के म् बदमाशों को गिरफ्तार किया था। बदमाशों ने कई लूट की वारदातों के साथ मोबाइल टावरों से बैट्री भी चोरी की थीं। ये बैट्री शाहजहांपुर कांठ रोड तिलहर में बेची थीं। एक बैट्री सिर्फ क् हजार रुपए में बेची गई थी। पुलिस ने बदमाशों के पास से बैट्री की बिक्री के ब्भ् हजार रुपए बरामद किए थे।

एक बैट्री डेढ़ लाख रुपए की

जानकारी के मुताबिक एक फेमस मोबाइल कंपनी तीन टावरों से 8 बैट्री चोरी हुई थीं। जिनमें बिलवा भोजीपुरा से ब्, वीर भट्टी सुभाषनगर से फ् और फरीदपुर से क् बैट्री चोरी हुई थी। एक बैट्री की कीमत डेढ़ लाख रुपए है। इसके अलावा बरेली व अन्य जिलों से भी मोबाइल टावरों से बैट्री चोरी हुई थी। सिर्फ ब्भ् हजार रिकवरी के आधार पर भी देखा जाए तो कम से कम ब्भ् बैट्री चोरी कर बेची गई। डेढ़ लाख एक बैट्री की कीमत से देखा जाए तो म्7 लाख भ्0 हजार रुपए की कीमत बनती है।