इसी गैंग ने की थी बारा में तत्कालीन एसओ की गोली मारकर हत्या

मित्र की गोली खाकर जख्मी हुआ तो उसके पिता को मार दी थी गोली

लवकुश पांडेय उर्फ राजा पांडेय। करछना क्षेत्र के रहने वाले इस शातिर अपराधी या उसकी गैंग पर पुलिस का कोई खौफ नहीं चलता। खुले आम अपराध करना इस गैंग की आदत है, फिर चाहे सामने कोई पुलिस वाला ही क्यों न हो। गोली चलाने से पहले राजा सोचता नहीं। दर्जन भर से अधिक आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुके राजा की हिस्ट्रीशीट खुली हुई है। पुलिस उसे पकड़ कर जेल भेज चुकी है लेकिन जमानत पर बाहर आने के बाद न वह बदला और न उसका तेवर। साथी के पिता को 23 फरवरी की रात मौत के घाट उतारने के बाद से वह पकड़ से बाहर चल रहा था। बुधवार को पकड़ा भी गया तो जब पुलिस की गोली ने उसे पैर से लाचार कर दिया। एसएसपी के मुताबिक वर्तमान समय में उस पर पांच हजार रुपये का इनाम घोषित था।

लूट के माल ने 'यारों' को बनाया दुश्मन

23 फरवरी की रात लालता प्रसाद पांडेय की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। सूत्रों के अनुसार लालता के बेटे मंगला और लवकुश उर्फ राजा पांडेय में गहरी यारी थी। दोनों ने आपराधिक वारदातों को साथ अंजाम दिया था। बताया जा रहा है कि लूट की एक वारदात के बाद दोनों की दोस्ती दुश्मनी में तब्दील हो गयी। यह स्थिति लूट के माल के बंटवारे को लेकर आयी थी। इसी को लेकर मंगला और राजा में ठनी तो मंगला ने राजा को गोली मार दी। गंभीर अवस्था में राजा का इलाज एसआरएन और जीवन ज्योति नर्सिग होम में हुआ था। जीवन बच जाने के बाद राजा ने मंगला का टारगेट कर लिया था। घटना वाले दिन भी वह मंगला की ही खोज में उसके घर गया था लेकिन संयोग से मंगला के पिता लालता प्रसाद सामने आ गये तो उसने उन्हें ही मौत के घाट उतार दिया।

डॉ बंसल की हत्या में उछला था नाम

दो साल पहले जनवरी महीने में शहर के जाने-माने सर्जन डॉ एके बसंल की उनके ही अस्पताल के चैम्बर में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। इस घटना का खुलासा अब तक नहीं हुआ है। डॉ। बंसल हत्याकांड में भी राजा पांडेय का नाम उछला था। इसका कारण था कि राजा गोली खाकर डॉ। बंसल के प्राइवेट अस्पताल पहुंचा था। यहां उसके गुर्गो ने धमक के बल पर बिल कम कराने का प्रयास किया था। डॉ। बंसल ने इससे मना कर दिया तो उसने जान से मार देने की धमकी दी थी। पुलिस को अंदेशा था कि राजा ने ही डॉ। बंसल की हत्या अपमान का बदला लेने के लिए करवाई होगी, लेकिन फाइनली पुलिस के हाथ बंसल हत्याकांड में राजा के खिलाफ कोई सुबूत नहीं लगा।

बारा एसओ को मारी थी गोली

राजा पांडेय का नाम शातिर अपराधियों की सूची में यूं ही शुमार नहीं है। आरोप है कि उसने सुबह पीछा करने पर करीब चार साल पहले तत्कालीन एसओ बारा राजेन्द्र द्विवेदी को गोली मार दी थी। गोली से जख्मी एसओ ने दम तोड़ दिया था। इस मामले के बाद राजा इलाहाबाद का सबसे बड़ा इनामी घोषित हो गया था। पुलिस ने बाद में उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा। बाद में वह जमानत पर बाहर आ गया।

लवकुश उर्फ राजा पांडेय शातिर अपराधी है। लालता पांडेय हत्याकांड में उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज है। उसकी हिस्ट्रीशीट भी खुली हुई है। अब वह पकड़ में आ गया है तो इस घटना का कारण भी पता चल जाएगा।

-जितेंद्र नाथ चौधरी

एसपी यमुनापार

छह साल पहले रखा जरायम की दुनिया में कदम

करछना थाना क्षेत्र के वीरपुर गांव के रहने वाले लवकुश उर्फ राजा पांडेय ने जरायम की दुनिया में करीब छह साल पहले कदम रखा

बाइक चोरी की घटनाओं से उसने आपराधिक कॅरियर की शुरुआत की

2013 के जून महीने में कार चोरी की वारदात को अंजाम दिया

इसी कार का पीछा करने पर तत्कालीन एसओ बारा राजेन्द्र द्विवेदी की हत्या की

इस मामले में गिरफ्तारी के बाद जेल में वह शॉर्प शूटर नीरज बाल्मीकि के संपर्क में आया

इसके बाद दोनों मिलकर लूट जैसे बड़ी वारदात को अंजाम देना लगा

धमक के बूते उसने अवैध खनन में अपनी घुसपैठ बनाई

यमुनापार क्षेत्र में उसने बालू पट्टा धारकों से गुंडा टैक्स वसूलना शुरू कर दिया