थ्री स्टार लगाकर थाने पहुंचा फर्जी इंस्पेक्टर

आगरा। थाना पिनाहट में रविवार रात करीब आठ बजे एक शातिर इंस्पेक्टर की ड्रेस में पहुंचा। एसओ पर एक केस को मैनेज करने के लिए दबाव बनाने लगा। लेकिन फर्जी इंस्पेक्टर का यह रौब ज्यादा देर नहीं चल सका। पुलिस ने उसको हिरासत में ले लिया।

केस का ठेका लिया था

थाना पिनाहट में गांव ताफरी के दर्ज एक दहेज केस को मैनेज करने के लिए शातिर ने 60 हजार रुपये में ठेका लिया था। झांसा दिया कि वह एसओ से बात कर सभी आरोपियों को बरी करा देगा। इसी प्लानिंग के साथ वह रविवार रात करीब 8 बजे इंस्पेक्टर की वर्दी में थाने पहुंचा। उसके साथ तीन-चार लोग भी थे। थाने पहुंचते ही उसने एसओ को खुद का परिचय इंस्पेक्टर के रूप में दिया। बातचीत के दौरान ही एसओ को उसके हाव-भाव से फर्जी इंस्पेक्टर होने का शक हो गया।

स्कॉर्पियो से पहुंचा था

फर्जी इंस्पेक्टर चमचमाती हुई स्पॉर्पियो में बैठकर थाने पहुंचा। शातिर हाथ में एक वायरलैस सेट जैसा लिए हुए था। संदेह होने पर पुलिस ने सख्ती दिखाई। खुद को फंसता देख आरोपी गाड़ी से रफुचक्कर होने की कोशिश करने लगा, लेकिन पुलिस ने पीछा कर दबोच लिया। पुलिस ने शातिर से चकमा देने के लिए लाए वायरलैस जैसे वॉकी-टॉकी को बरामद किया। आरोपी ने अपना नाम अमरजीत पुत्र विनोद कुमार निवासी बलिया बताया।

केस मैनेज करने का दबाव बनाया

एसओ पिनाहट मनोज मिश्रा के अनुसार इंस्पेक्टर ने उनपर केस को मैनेज करने को लेकर प्रेशर डालना शुरू कर दिया। बातों ही बातों में उसने कहा कि मैं तुम्हारे बारे में माथुर से बात करता हूं। इसी बात को सुनकर एसओ का माथा ठनक गया। शक गहराता गया कि कोई भी इंस्पेक्टर भला एसएसपी के लिए इस तरह से बात कैसे कर सकता है? इसी आधार पर जब इंस्पेक्टर बनकर आए शातिर से सख्ती से पूछताछ की गई तो पूरा मामला खुल गया। मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को देते हुए मुकद्दमा दर्ज कर उसे अरेस्ट कर लिया गया।