- लंका पुलिस के हत्थे चढ़े पढ़े-लिखे दो बाइक चोर, वाहन के कागजात देने के बहाने रूपये करते थे पार

- ओएलएक्स पर एक ही बाइक का कईयों से करते थे सौदा

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एक बीकॉम तो दूसरा एमएससी पास। लेकिन काम ठगी। लंका पुलिस ने दो ऐसे शातिरों को पकड़ा जो पढ़े-लिखे होने के बाद भी शातिराना अंदाज में चोरी की बाइक बेचने के नाम पर ठगी करते थे। पुलिस की मानें तो पकड़े गए सुसवाही के नवीन पाण्डेय और विवेकानंद कॉलोनी का चंदन मिश्रा एक ही बाइक के फर्जी कागजात बनाते थे। इसके बादऑनलाइन साइट ओएलएक्स पर ग्राहक तलाश कर सौदा करने के दौरान रुपये लेकर गाड़ी संग रफूचक्कर हो जाते थे।

पहले तलाशते थे शिकार

पुलिस के मुताबिक ये दोनों लंका, बीएचयू व आसपास के क्षेत्रों में पलक झपकते ही बाइक उड़ा देते। इसके बाद बाइक तस्वीर ओएलएक्स पर डालते थे। सौदा तय होने पर गाड़ी का फर्जी पेपर तैयार करके ग्राहक को दोबारा बुलाते। बाइक खरीदने वाला जब दोबारा गाड़ी के पेपर लेने पैसे संग पहुंचता तो एक बातचीत में उलझा देता और दूसरा गाड़ी और पैसा लेकर फुर्र हो जाता।

पुलिस देखते ही भागने लगे दोनों

ये दोनों पुलिस के हत्थे तब चढ़े जब मंगलवार की रात लंका एसओ संजीव मिश्र टीम के साथ नरिया तिराहे पर वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान एक स्कूटी सवार दो युवक पुलिस को देखकर भागने लगे। पुलिस ने घेरेबंदी कर दबोच लिया। तलाशी में दोनों के पास से कट्टा-कारतूस बरामद हुआ। पूछताछ में बताया कि बाइक चोरी की है। दस दिन पहले सुंदरपुर से एक स्कूटी चुराकर उसे बेचने के लिए ओएलएक्स पर फोटो डाल दिया। ओएलएक्स पर स्कूटी देखकर बीएचयू मैनेजमेन्ट के छात्र दुष्यंत सिंह ने उसे 39 हजार रुपये डील किया। गाड़ी का पेपर देने के लिए नवीन और चंदन ने छात्र को ट्रामा सेंटर के पास बुलाया और इस दौरान मौका देख चंदन पैसा और स्कूटी लेकर भाग निकला।