- चोरी के तेल की करता था खरीद-फरोख्त, तेल चोरों से ताल्लुकातों का भी किया खुलासा

मथुरा। तेल माफिया मनोज गोयल शनिवार की रात पुलिस के हत्थे के चढ़ गया। क्राइम ब्रांच और एसटीएफ ने उसे दिल्ली से आगरा जाते समय हाईवे के भरतपुर पुल से गिरफ्तार किया है। उसे चोरी का तेल खरीदने और बेचने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। पेशी के बाद अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। मीडिया से मनोज ने कहा कि उसे गलत फंसाया जा रहा है।

भगोड़ा घोषित किया

शनिवार को स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम ने हरीपर्वत थाना क्षेत्र में मनोज गोयल के निवास 22-नेहरू नगर पर कुर्की से पूर्व की कार्रवाई की। अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया। रविवार को रिजर्व पुलिस लाइन में एसपी सिटी अशोक कुमार ने पत्रकारों को बताया कि शनिवार रात मनोज गोयल के दिल्ली से आगरा जाने की लोकेशन मिली। इस पर एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम हाईवे पर लगाई गई। यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते पर भी नजर रखी जा रही थी। रात करीब साढ़े दस बजे स्विफ्ट डिजायर से अकेले ही आगरा जाते हुए टीम ने उसे हाईवे थाने के समीप भरतपुर पुल के समीप से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसके रामहरी प्रधान, सुजीत प्रधान, कृष्णा, तर¨वदर जीत सिंह, कृष्णा, गोपाल समेत फरार चल रहे अन्य लोगों से ताल्लुकात थे। वह चोरी करके लाए गए तेल को अपने पेट्रोल पंपों पर खाली कराता और बेचने का काम करता था।

चार पंप खुद के, तीन पार्टनरशिप में

तेल माफिया ने पूछताछ में पुलिस को यह भी बताया कि उसके चार पेट्रोल पंप निजी है, जबकि तीन पेट्रोल पंप उसके पार्टनरशिप में हैं। आगरा में होटल ताज वे इन और जीएल पैलेस के अलावा फीरोजाबाद में जीडी गोयनका स्कूल का वह मालिक हैं। अचल संपत्ति की भी माफिया ने पुलिस को जानकारी दी। बताया कि अधिकांश संपत्ति उसने चोरी के तेल को बेचकर जुटाई। एसपी सिटी ने बताया कि मनोज गोयल डीजल, पेट्रोल और एविएशन टर्बाइन फ्यूल आधी कीमत पर खरीदता था और उसे पूरी कीमत पर पेट्रोल पंप के जरिए बेचा करता था। चोरी के तेल को मथुरा में बेचने के भी उसने प्ला¨नग तैयार कर ली थी और इसलिए ही उसने पेट्रोल पंप खोला। पत्रकार वार्ता में एसटीएफ के एडीशनल एसपी प्रशांत कुमार प्रसाद, एसपी कुंवर अनुपम सिंह और सीओ रिफाइनरी अवनीश कुमार मौजूद थे।

से¨टग का भी काम मनोज का

पूछताछ में मनोज गोयल ने पुलिस ने को बताया कि पाइप लाइन और ऑयल प्लांट से तेल चोरी कराने की से¨टग भी वह अपने साथियों के साथ मिलकर करता था। बताया गया है कि इसमें उसका तेल कंपनियों के अधिकारी सहयोग करते थे। आरोपी ने उनके नाम का भी खुलासा पुलिस के सामने कर दिया है, लेकिन अभी पुलिस उनके नाम उजागर करने से बच रही है।