परिजनों ने कराया था बहला-फुसलाकर भागने मामला दर्ज

आगरा। गलती हमने की है, सजा भी हमें दो, इन मासूमों ने क्या बिगाड़ा है। कोई तो सुन लो। कोई मेरे बच्चों को दूध पिला दो। लेकिन मां की ये पुकार कोई उसकी सुनने वाला न था। पुलिस के लिए वह बस गुनहगार थे। जाने पुलिस की सम्वेदना कहां चली गई। क्या भूख से व्याकुल बच्चों का रोना तक पुलिस को सुनाई नहीं दिया।

तीन साल पहले भागे थे घर से

सिकन्दरा सेक्टर-11 निवासी नीतू के प्रेम सम्बंध पड़ोस के राजू (दोनो काल्पनिक नाम) से चले आ रहे थे। दोनों अलग-अलग जातियों से सम्बंध रखते हैं। परिजनों को उनका मिलना-जुलना मंजूर नहीं था। बंदिशे ज्यादा बढ़ी तो उन्होने भागने का फैसला कर लिया। इसी बीच मौका पाकर दोनों ने घर की दहलीज पार कर दी।

मंदिर में की शादी

दोनों ने जाति की दीवार तोड़ कर शीतला मंदिर गुड़गांव में प्रेम विवाह कर लिया। इसी के बाद वह आराम से जीवन व्यतीत करने लगे। उधर नीतू के परिजनों ने बेटी को बहला-फुसला कर ले जाने का मामला दर्ज करवा दिया। पुलिस तभी से दोनों की तलाश कर रही थी।

पुलिस के हत्थे चढ़े दोनों

राजू ने बताया कि वह छह माह से सेक्टर दस में ही रह रहा था। पुलिस ने उसे वहीं से तलाश कर हिरासत में ले लिया साथ ही उसकी पत्‍‌नी को भी हिरासत में ले लिया।

बच्चे बिलख रहे थे थाने में

एक बेटा पिता की गोद में सो रहा था तो दूसरा छह माह का बच्चा मां की गोद में बिलख रहा था। नीतू थाने में कई बार बोल चुकी थी कि उसका बच्चा भूखा है वह बिलख रहा है। उसका कहना था कि इन मासूमों की क्या गलती है इन्हें किस बात की सजा दी जा रही है, लेकिन पुलिस ने उसे दूध तक लाकर नहीं दिया। बच्चा रोते-रोत सो गया और पुलिस के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।

महिला थाने भेजा युवती को

पुलिस का कहना था कि युवती को महिला थाने भेजा जाएगा। इनके मजिस्ट्रेट बयान होंगे उसके आधार पर ही इस मामले में फैसला लिया जाएगा। दम्पत्ति का कहना था कि वह बालिग हैं।