आगरा. पुष्पांजलि हॉस्पिटल के निदेशक मयंक अग्रवाल के 18 जनवरी को 98.70 लाख रुपये निकाले गए थे। अकाउंट में निदेशक की फर्जी आईडी लगाई गई थी। पुलिस ने फर्जी आईडी बनाने वाले को अरेस्ट कर लिया है। पुलिस ने उसके पास से फर्जी आईडी तैयार करने का सामान बरामद किया है।

 

संजय प्लेस में है दुकान

पुलिस ने फर्जी आईडी तैयार करने के मामले में राजामंडी निवासी शुभम अग्रवाल को पकड़ा है। पुलिस के मुताबिक मयंक अग्रवाल के खाते से रुपया निकालने के लिए इसी ने फर्जी आईडी तैयार की थी। पकड़ा गया शातिर 400 रुपये में आईडी बनाता है। संजय प्लेस में उसकी कैलाश फोटो स्टेट के नाम से दुकान है।

 

नोटबंदी के बाद शुरु किया काम

पुलिस के मुताबिक शुभम ने बताया कि उसने नोटबंदी के बाद से फर्जी आईडी बनाने का काम शुरु किया है। पुलिस ने उसके पास से कम्प्यूटर, स्केनर, प्रिंटर, लैपटॉप बरामद किया है। उसके कम्प्यूटर में दो फर्जी बनी हुई आईडी मिली हैं। पुलिस के मुताबिक वह अपना डाटा डिलीट करता रहता है।

बिल्डर बनना चाहता था शातिर

सूत्रों की माने तो मामले में मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ में है। पूछताछ में निकल कर आया कि उसने 7 करोड़ रुपये की जमीन मथुरा में खरीदी थी। बीस लाख रुपया इसी रकम से एडवांस दिया था। उसके भाई का खेत भी गिरवी रखा है। उसने उसे भी रुपये दिए थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक धर्मेद्र आठवीं पड़ा हुआ है माना जा रहा है कि पूर्व में जेल भेजे गए सहायक मैनेजर ज्ञानेंद्र का पूरा दिमाग इस प्लान में लगा था। ज्ञानेंद्र से ज्ञान लेकर ही धर्मेद्र ने धोखाधड़ी की पूरी प्लानिंग की थी। सूत्रों की माने तो बैंक से केवाइसी व अन्य दस्तावेज गायब हैं जो इस केस में महत्वपूर्ण सबूत माने जा रहे हैं।