- धनकुमार जैन के दो हमलावरों को दबोचने के साथ अपाचे बाइक बरामदगी का दावा

- पुलिस की कहानी पर कारोबारियों को कतई विश्वास नहीं, खारिज किया पुलिस का दावा

आगरा। पुलिस ने सर्राफा कमेटी के महामंत्री धनकुमार जैन उर्फ धन्नू पर रविवार की रात हुए जानलेवा हमले का खुलासा करने का दावा किया है। वहीें कारोबारी इस खुलासे से संतुष्ट नहीं है। सर्राफा कमेटी के सचिव देवेन्द्र गोयल का कहना है कि हम पुलिस के खुलासे से बिल्कुल संतुष्ट नहीं हैं। पुलिस ने अपनी नाकामी को छुपाने के लिए खुलासे की बात कह रही है। हम अब भी अपने 25 नवंबर बुधवार को आगरा बंद के समर्थन में हैं। उन्होंने आगरा बंद का एलान किया है।

चौथ वसूली को सर्राफा कारोबारी को मारी थी गोली

थाना एमएम गेट गुड़ की मंडी निवासी सीबी चैन्स के मालिक व सर्राफा कमेटी के महामंत्री धन कुमार जैन उर्फ धन्नू को गोली चौथ वसूली के लिए मारी गई थी। मंगलवार को साढ़े चार बजे हरीपर्वत स्थित एसपी सिटी कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी सिटी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार ढाई बजे पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि एक युवक राजामंडी चौराहे पर सफेद रंग की अपाचे लेकर खड़ा है। पुलिस ने उसे घेराबंदी कर पकड़ लिया। उसने अपना नाम पूछताछ में योगेश गौतम पुत्र पन्नालाल गौतम निवासी निर्मल अर्पाटमेंट खंदारी हरीपर्वत बताया है। योगेश गौतम ने पुलिस को बताया कि जिन युवकों ने धनकुमार जैन को गोली मारी है, उनमें से एक युवक एसएन हॉस्पिटल में अपना इलाज करा रहा है।

मोनू वर्मा के कहने पर किया हमला

योगेश गौतम की निशानदेही पर पुलिस ने एसएन हॉस्पिटल से प्रमोद पुत्र देवी सिंह निवासी केके नगर शिवाकुंज सिकंदरा को गिरफ्तार कर लिया। एसपी सिटी ने बताया कि प्रमोद के मुताबिक बिल्लू वर्मा के भाई मोनू वर्मा ने मुझे और मेरे बड़े भाई अजय उर्फ कान्हा को धनकुमार जैन को गोली मारने को बुलाया। मोहित जैन ने मौके पर रेकी की। कारोबारी के दुकान से घर पहुंचने की सूचना दी। हम चार शूटर मौके पर थे। मुझे पिस्टल और टीएस सफेद रंग की अपाचे जो इस समय योगेश गौतम के पास है, मोनू वर्मा ने उपलब्ध कराए। पहचान के लिए योगेश गौतम ने मुझे धनकुमार जैन के फोटो उपलब्ध कराए थे। प्रमोद ने पुलिस को बताया कि मुझे जब हॉस्पिटल में इलाज के लिए लाया गया तो मेरी पिस्टल मेरा बड़ा भाई अजय उर्फ कान्हा ले गया।

प्रेस कांफ्रेंस में ये रहे मौजूद

खुलासे का दावा करने वाली प्रेस वार्ता में सीओ कोतवाली मनीषा सिंह, एसओ एमएम गेट वहीद अहमद, एसआई सुभाष चन्द, एसओजी प्रभारी आशीष कुमार, कांस्टेबल दुष्यन्त, ब्रजेश कुमार, सुभाष कुमार, सूर्यप्रताप, सुरेन्द्र कुमार, राजेश कुमार, पंकज यादव, अवधेश, सत्यवीर मुकेश कुमार आदि मौजूद रहे।

हम धनकुमार जैन से मिलेंगे

पुलिस द्वारा पकड़े गए योगेश गौतम के बड़े भाई राजकुमार ने बताया कि वे चार भाई हैं। इनमें वह सबसे बड़ा है। दूसरे नंबर का प्रवेन्द्र है। तीसरा भाई हीरेश है और चौथे नंबर पर योगेश गौतम है। परिजनों ने बताया कि वे विसावर मथुरा के मूल निवासी हैं। योगेश गौतम गनपति बिल्डर के नाम से प्रॉपर्टी डीलिंग का काम है। घटना वाले दिन वे शमसाबाद की एक शादी में गए थे। वहां, उनकी फुटेज भी देखी जा सकती है। प्रमोद उनके ऑफिस में चपरासी है। वे धनकुमार जैन को जानते तक नहीं है। बुधवार को वे धन कुमार जैन से जाकर मिलेंगे।

कॉल रिकॉर्ड से मिली जानकारी

प्रेसवार्ता में एसपी सिटी ने बताया कि उन्हें कॉल डिटेल की रिकॉर्डिग से जानकारी मिली। इसमें एक व्यक्ति कह रहा है कि मोनू वर्मा ने काम करा दिया है। प्रमोद ने पहले यशवंत हॉस्पिटल न्यू आगरा में इलाज कराया है। इसके बाद यतीश पंडित के नाम से एसएन में भर्ती कराया है। वहीं, मोहित जैन की 21 नवंबर से लोकेशन बंद थी, जो 23 को दिखी है। उसका मोबाइल 36 घंटे बंद रहा। पुलिस ने बताया कि बिल्लू वर्मा पहले भी धमकी दे चुका है। पुलिस का कहना था कि प्रमोद ने योगेश को अक्टूबर में व्हाटसएप किया है। जिसमें धनकुमार जैन का फोटो व पिस्टल का भी फोटो है।