-इंद्रानगर में सिपाही की वहशियाना हरकत, पत्नी की हत्या कर डबल बेड में छिपा दी थी लाश

-देर रात ठिकाने लगाने जा रहा था, मकान मालिक को देख भागा, पीएम रिपोर्ट में दम घोंट कर मारने की पुष्टि

-पूरी प्लानिंग के साथ वारदात को दिया अंजाम, कत्ल से पहले की मारपीट, बनाए शारीरिक संबंध

-आरोपी सिपाही और परिजनों के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज, पुलिस ने शुरू की मामले की जांच

-डीआईजी रेंज झांसी में तैनात है आरोपी सिपाही, प्लानिंग के मुताबिक पत्नी को दिल्ली से बुलाकर मारा

KANPUR : रिश्तों के कत्ल की एक और कहानी सैटरडे को शहर में सामने आई। कल्याणपुर में सिपाही ने अपनी पत्नी का बेरहमी से कत्ल कर दिया। फ्राईडे देर रात को वह बॉडी ठिकाने लगाने की फिराक में था, लेकिन मकान मालिक के वहां पहुंचने पर भेद खुल गया। मौका पा कर आरोपी सिपाही भाग निकला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। शुरुआती छानबीन में कत्ल के प्री-प्लांड होने की भी पुष्टि हुई है। डीआईजी रेंज झांसी में तैनात इस सिपाही ने कत्ल के लिए चुनावी सीजन को चुना। इसी बीच पत्नी को दिल्ली से बुला कर उसके संग संबंध बनाए, फिर बेदर्दी से पीटा और उसके बाद गला घोंट के कत्ल कर दिया।

बेटे के जन्म के साथ बिगड़ते गए रिश्ते

मूल रूप से छिबरामऊ के रहने वाले ओम शिवाय यादव भरथना स्थित एक सरकारी इंटर कॉलेज में अंग्रेजी के टीचर हैं। उन्होंने 22 मई 2010 को अपनी बेटी अर्चना की शादी छिबरामऊ के ही सनोज कुमार से की थी। दो साल बाद उनसे उनका एक बेटा हर्शल हुआ। दोनों कल्याणपुर इंद्रा नगर में मोहित यादव के घर किराए पर रहते थे। हर्शल डीपीएस में पढ़ता है। वर्तमान समय में सनोज कुमार डीआईजी रेंज झांसी के दफ्तर में तैनात है। अर्चना यादव के पिता के मुताबिक बेटा पैदा होने के बाद से ही सनोज उनकी बेटी से पैसे की मांग कर रहा था। इस बात को लेकर उनका कई बार विवाद हुआ। दिसंबर में ही उन्होंने अर्चना को नेट की तैयारी करने के लिए दिल्ली भेज दिया, जहां वह अपने भाई के साथ रह कर कोचिंग कर रही थी। आरोप है कि सनोज के परिजनों ने जबरन बेटे को अर्चना से दूर अपने पास रख्ा लिया था।

दिल्ली से बुला कर कत्ल किया

पिता के मुताबिक 23 फरवरी को सनोज ने अर्चना को बेटे हर्शिल की तबीयत खराब होने की बात कह कानपुर बुला कर रात में ही अर्चना का कत्ल कर दिया। पुलिस के मुताबिक अर्चना को मारने के बाद उसने शव को डबल बेड के अंदर डाल दिया था। फ्राईडे देर रात वह शव को ठिकाने लगाने की फिराक में था और लकड़ी की सीढ़ी लगाकर शव उतार रहा था। उसी समय मकान मालिक मोहित वहां आ गए। जिसके बाद सनोज वहां से भाग गया। इस दौरान उसका मोबाइल भी वहीं छूट गया। मोहित ने फौरन पुलिस को इसकी सूचना दी।

संबंध बनाए पीटा आैर मार दिया

अर्चना की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके शरीर पर एक दर्जन चोटों के निशान मिले हैं। उसकी मौत की वजह दम घोंटना बताया गया है। पीएम रिपोर्ट में अर्चना की डेडबॉडी दो दिन पुरानी बताई गई है। साथ ही उसकी स्लाइड भी बनाई है। जिससे साफ होता है कि मारने से पहले सनोज ने जबरन अर्चना के साथ संबंध बनाए। उसके मना करने पर बेरहमी से पीटा। आखिर में उसका मुंह दबा कर गला घोंट दिया। इस मामले में पिता की तहरीर पर कल्याणपुर पुलिस ने दहेज हत्या व दहेज प्रतिशेध अधिनियम के तहत सिपाही सनोज कुमार, ससुर सत्यराम, सौतेली सास आशादेवी, चचिया ससुर और उसके बेटे खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

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सिर्फ दहेज के लिए हुई हत्या?

परिजनों ने अर्चना के कत्ल की वजह दहेज प्रताड़ना को बताया है। पुलिस ने इसकी रिपोर्ट भी दर्ज कर ली है। फिर भी कई ऐसे तथ्य हैं जिससे साफ होता है कि यह सिर्फ दहेज के लिए की गई हत्या नहीं है बल्कि इसके पीछे कुछ और वजहें भी हैं। यह हत्या पूरी तरह से सुनियोजित थी। क्योंकि इससे पहले भी सनोज कुमार अर्चना की हत्या का प्रयास कर चुका था। दोनों में अविश्वास इतना बढ़ गया था कि 4 महीने से अलग थे। इस दौरान उनमें कोई बातचीत नहीं हुई। सनोज के कुछ लोगों से संबंधों को लेकर भी झगड़ा पहले हो चुका था।

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मारने के लिए ही बुलाया था

-अर्चना के कत्ल के लिए सनोज ने इलेक्शन वोटिंग का समय चुना जब उसकी लगातार ड्यूटी लग रही थी।

-23 फरवरी को भी वह चुनाव ड्यूटी से लौटने के बाद अर्चना से संपर्क किया।

-23 की रात को ही उसका मर्डर कर वह भाग निकला, इसके बाद उसकी ड्यूटी दूसरी जगह थी।

-शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने दो दिन बाद रात का वक्त चुना जब मकान मालिक घर पर नहीं था।

-सनोज ने अर्चना की बॉडी ठिकाने लगाने को कई दूसरे लोगों का भी साथ लिया, स्थानीय लोग इसकी पुष्टि करते हैं।