- कंट्रोल रूम से एमडीटी को नहीं मिल रहे मैसेज

- थाना क्षेत्रों की अदला-बदली से उठानी पड़ी परेशानी

GORAKHPUR: प्रदेश में शनिवार रात आठ बजे से शुरू हुई यूपी 100 सेवा मोबाइल नेटवर्क में फंसकर रह गई। कॉल करने पर ऑपरेटर ने लोगों की बात तो सुनी लेकिन यूपी 100 की गाडि़यों में तैनात पुलिस कर्मचारियों को घटनास्थल पर पहुंचने में पसीना छूट गया। मोबाइल नेटवर्क की गड़बड़ी की वजह से कॉल सेंटर से एमडीटी (मोबाइल डाटा टर्मिनल) को भेजी जाने वाली सूचना समय से नहीं मिली। एमडीटी का मैसेज फेल होने पर मोबाइल और वायरलेस सेटों के जरिए सूचनाओं का आदान-प्रदान हुआ। इस दौरान घटनास्थलों के थाना क्षेत्र बदलने को लेकर पुलिस हलकान रही।

होती रही गड़बड़ी

शनिवार को गोरखपुर में यूपी 100 सेवा की शुरुआत हुई। रात आठ बजे के बाद जरुरतमंदों की आपातकालीन कॉल लखनऊ में बने कॉल सेंटर में ट्रांसफर होने लगी। कॉल मिलने पर ऑपरेटर्स ने संबंधित क्षेत्रों में सूचनाओं का आदान-प्रदान शुरू कर दिया। लेकिन पुलिस वैन में लगे मोबाइल डाटा टर्मिनल पर मैसेज भेजने में मोबाइल नेटवर्क प्राब्लम बन गया। कई जगहों पर पुलिस वैन के आसपास मोबाइल नेटवर्क न मिलने से टर्मिनल पर भेजे जाने वाले मैसेज समय से नहीं पहुंचे। जीपीएस पर सूचनादाता की लोकेशन ट्रैक करने में परेशानी हुई। इसलिए ज्यादातर जगहों पर समय से गाडि़यां नहीं पहुंच सकीं। इस दौरान रात आठ बजे से लेकर नौ बजे के बीच गोरखपुर जिले में 17 कॉल कंट्रोल रूम को मिलीं। इनमें सिर्फ छह को डिस्पैच किया जा सका। रविवार सुबह छह बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक करीब 50 शिकायतें कंट्रोल रूम को मिलीं।

केस एक

रविवार दोपहर 12 बजे गोरखपुर-सोनौली हाइवे पर पीपीगंज के बॉर्डर पर दो वाहनों में टक्कर हो गई। सूचना देने के करीब आधे घंटे बाद यूपी 100 की गाड़ी पहुंची।

केस दो

रविवार सुबह खोराबार एरिया में मारपीट की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई। लेकिन कॉल ट्रांसफर करने के दौरान उसे गुलरिहा एरिया का बताया गया। इससे यूपी 100 के साथ-साथ लोकल पुलिस भी हलकान हुई।

बॉक्स

गोली की सूचना पर बजता रहा सायरन

रविवार को गुलरिहा बाजार में गोली चलने की सूचना यूपी 100 को मिली। किसी अभिषेक श्रीवास्तव ने गोली चलने की सूचना दी। इसके बाद कंट्रोल रूम घनघना उठा। लखनऊ से सूचना मिलने पर यूपी 100 की वैन और लोकल पुलिस दौड़ पड़ी। बाजार में पहुंचकर पुलिस गोली चलने की जांच में जुटी रही। गांव के लोगों से बात करने पर सूचना झूठी निकली। लेकिन इसके पहले इलाके में पुलिस का सायरन खूब बजा। एसओ रामाशीष सिंह यादव ने बताया कि जांच में गोली चलने की पुष्टि नहीं हुई।

ये समस्याएं आई सामने

- प्रोफेशनल टेलीकॉलर सूचना प्रसारित करने में कन्फयूज होती रहीं।

- खोराबार थाना क्षेत्र की सूचना गुलरिहा एरिया की बताकर कॉल ट्रांसफर कर दी गई।

- एमडीटी पर लोकेशन ट्रैक न होने से पुलिस कर्मचारी समय से नहीं पहुंच सके।

- कंप्यूटर के काम न करने पर वायरलेस और मोबाइल का इस्तेमाल करना पड़ रहा है।

- संकरी सड़कों और गलियों में कार लेकर पहुंचने पर पुलिसवाले परेशान हुए।

- कई पुलिस कर्मचारियों ने कहा कि कार की जगह उनको बाइक से चलने में ज्यादा सहूलियत थी।

वर्जन

शुरुआत में कुछ समस्याएं सामने आ रही हैं। उनको दूर करने पर जोर दिया जा रहा है। मोबाइल नेटवर्क न मिलने से एमडीटी ठीक ढंग से वर्क नहीं कर रहा है। इसलिए मोबाइल फोन और वायरलेस के जरिए पुलिस काम कर रही है।

- हेमराज मीणा, एसपी सिटी