JAMSHEDPUR: सात सहयोगियों के साथ क्भ् फरवरी को आत्मसमर्पण करने वाले झारखंड, बंगाल व ओडिशा सीमांत क्षेत्रीय माओवादी संगठन के सचिव कान्हू राम मुंडा की निशानदेही पर जिला पुलिस ने और दो रायफल बरामद की हैं। इन असलहों को नक्सली दस्ते ने गुड़ाबांदा क्षेत्र के वारुनमुठी पहाड़ की गुफा में छुपा रखा था। एसएसपी अनूप टी मैथ्यू के मुताबिक वारुनमुठी पहाड़ से बरामद दोनों रायफल पुलिस से लूटी गई थीं। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही कान्हू राम मुंडा दस्ते के सभी हथियार बरामद कर लिए गए हैं। इस दस्ते में क्क् कैडर थे और क्ख् हथियार बरामद हुए हैं। विगत तीन माह में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। तीन नक्सली मारे गए और सात ने आत्मसमर्पण कर दिया। नक्सली फोगड़ा मुंडा की पत्‍‌नी गुरुवारी मुंडा को भाकर पुल से गिरफ्तार किया गया। पत्रकार वार्ता में सीआरपीएफ- क्9फ् बटालियन के कमांडेट एसके उपाध्याय, ग्रामीण एसपी शैलेंद्र वर्णवाल, एएसपी प्रणव आनंद झा समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।

अब तक बरामद हथियार

-कान्हू राम मुंडा ने सौंपा : एक इंसास, दो पिस्टल व सैकड़ों कारतूस।

-सुपाई टुडू के पास से बरामद : एक रायफल

-सोनाली से : एक देसी पिस्तौल, कारतूस समेत निशानदेही पर एक एसएलआर, दो रायफल, ब्फ् कारतूस।

-सनातन मुंडा से : एक कार्बाइन

सेंदरा करने का अधिकार नहीं

एसएसपी ने कहा कि किसी को नक्सली या समर्थक बताकर उसका सेंदरा (हत्या) करने का अधिकार नहीं है। ऐसा कोई करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कानून से बढ़कर कोई नहीं है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में नक्सलियों के आत्मसमर्पण के बाद पुलिस पहले से कहीं अधिक सचेत होकर काम करेगी। पुलिस की सक्रियता और बढ़ाई जाएगी। पुलिस पूरे इलाके को खंगालेगी।

एक्शन प्लान से गुड़ाबांदा का विकास

एसएसपी ने बताया गुड़ाबांदा के विकास को एक्शन प्लान बनाया जाएगा। इसमें क्भ् गांव शामिल किए जाएंगे जहां हर सरकारी सुविधा उपलब्ध होगी। धीरे-धीरे सभी गांवों का विकास होगा। विकास कार्य में सबसे अधिक नक्सली बाधक थे। अब सभी स्थानीय नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं।