- 48123 लाइसेंसी असलहे हैं लोगों के पास

- 7049 का नहीं हो सका अब तक वेरीफिकेशन

आगरा। आदर्श आचार संहिता का पालन कराने में जुटी पुलिस पूरी तरह से असलहों का वेरीफिकेशन नहीं करा सकी है। पुराने असलाहधारियों को तलाशने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। कई के पते बदल जाने से पुलिस अब एक से दूसरे थाना क्षेत्र के चक्कर लगा रही है। लेकिन, हासिल कुछ भी नहीं हो पा रहा। लिहाजा निरस्तीकरण की रिपोर्ट बनाई जा रही है, लेकिन यह असलाहधारी गए कहां इसका पता नहीं चल पा रहा है।

चल रहा है सत्यापन का काम

आदर्श आचार संहिता लगते ही प्रशासन ने जिले में लाइसेंसी असलाहधारियों के सत्यापन का टास्क पुलिस को दे दिया। कई थाना क्षेत्रों में पुलिसकर्मी सुबह से पते तलाशने जाते हैं और शाम को खाली हाथ थाने लौट आते हैं। पता चलता है कि सालों पहले वह असलाहधारी वहां से जा चुके हैं। पुलिस को ऐसे सात हजार से अधिक असलाहधारी नहीं मिल रहे हैं।

12 लाइसेंस हो चुके हैं निरस्त

थानों की परेशानी देखते हुए अधिकारियों ने पता न मिलने पर असलहे लाइसेंस निरस्तीकरण की बात कही। अब थाना क्षेत्रों से पता न मिलने वालों की लिस्ट तैयार कर प्रशासन को सौंपी जा रही है। अभी तक पुलिस एक हजार से अधिक की लिस्ट प्रशासन को सौंप चुकी है। अभी तक पता न मिलने पर 12 लाइसेंस निरस्त किए गए हैं, बाकि पर कार्रवाई की जा रही है।

अवैध असलहों का क्या करेगी पुलिस

चुनाव में अवैध असलहों के प्रयोग से भी इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि एसएसपी ने इसके लिए पहले से ही जिले की सीमाओं पर 48 बैरियर सघन चेकिंग के लिए बना दिए हैं। लेकिन सिटी के अंदर अवैध असलहों को कैसे पकड़ा जाएगा। पुलिस ने अब तक जनवरी महीने में 41 अवैध असलहे बरामद किए हैं।

हिस्ट्रीशीटर भी पहुंच से दूर

पुलिस विधानसभा चुनाव में किसी प्रकार का खतरा नहीं लेना चाह रही। अधिकारियों ने जिले में सभी थाना क्षेत्रों को निर्देशित किया कि एरिया में आपराधिक छवि वाले व हिस्ट्रीशीटरों को पाबंद किया जाए। जिससे की चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से कराया जा सके। पुलिस ने थाना स्तर पर ऐसे लोगों की सूची बनाकर तैयार कर ली। पाबंद करना शुरू किया, लेकिन इनमें भी कुछ रह गए। पुलिस ने कुछ 12453 लोगों को पाबंद किया है, जबकि 10105 अभी भी पाबंद किए जाने हैं। इनमें से कुछ हिस्ट्रीशीटर भी हैं।