आगरा। थाना ताजगंज के कलाल खेरिया में कलेक्शन एजेंट से पौने तीन लाख लूटने के मामले में पुलिस ने अभी तक कई संदिग्ध शातिरों से पूछताछ की है। पुलिस का मानना है कि पहले इस मामले में रेकी की गई, इसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया। हालांकि अभी पुलिस के हाथ कोई ठोस सुबूत नहीं लगा है।

कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज खंगाली

पुलिस इस मामले में कलेक्शन एजेंट की कॉल डिटेल भी चेक कर रही है। पता लगा रही है कि किश्त का कलेक्शन लेने से पहले आते-जाते वक्त कितने मोबाइल नम्बरों पर बात हुई। जिनसे उनकी बात हुई, वे क्या करते हैं। इसके अलावा जहां-जहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उनकी फुटेज चेक की जा रही है।

रेकी कर की सर्राफ से वारदात

बीती देर रात कमलानगर में गंगा ज्वैलर्स के सामने सर्राफ दुमुल जिंदल को गोली मारी थी। वारदात को देखकर आशंका जताई जा रही है कि लुटेरों को इसकी जानकारी थी कि कारोबारी के पास पांच लाख कैश और बैग में लाखों रुपये की ज्वैलरी है। वे कई दिनों से इसकी रेकी कर घटना को अंजाम देने के मौके की तलाश में थे। सोमवार रात लुटेरों ने वारदात को अंजाम दे दिया। पुलिस का कहना है कि लुटेरों ने जो फायर किए हैं, वे संभवत रिवाल्वर के प्रतीत होते हैं। उनके खोखे भी मौके पर नहीं मिले हैं। पिस्टल के खोखे बाहर निकलते हैं, लेकिन रिवाल्वर के बाहर नहीं निकलते हैं। कारोबारी का अभी एक निजी हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है।