- 608 लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस लाइन से किया गया रिहा

आगरा। कमिश्नरी में लाठीचार्ज के बाद सैंकड़ों भाजपा कार्यकर्ता रोड पर ही धरने पर बैठ गए। भाजपाइयों ने कमिश्नर को मौके पर बुलाने की मांग की। बाद में पुलिस से नोंकझोंक होने के बाद सभी ने फूल सैय्यद चौराहे से सभी ने गिरफ्तारी देने की घोषणा कर दी। भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक राना, प्रशान्त पौनियां, योगेन्द्र उपाध्याय, चौ। बाबूलाल, चौ। रामेश्वर समेत तमाम कार्यकर्ताओं को पुलिस लाइन लाया गया। यहां सभी कार्यकर्ताओं सूची तैयार होने लगी। पुलिस-प्रशासनिक अमला भी पुलिस लाइन पहुंच गया। इसी दौरान जिलाध्यक्ष अशोक राना ने ऐलान किया कि घायल हुए लोगों का मेडिकल कराया जाए, दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाए। इसके अलावा सांसद चौ। बाबूलाल के छोटे भाई महाराज सिंह की रिवाल्वर को वापस दिलाया जाए। जब तक ऐसा नहीं होता तब तक एक भी कार्यकर्ता यहां से नहीं जाएगा।

अधिकारी करते रहे सांसद से मनुहार

इस बात को लेकर काफी देर तक पुलिस प्रशासनिक अधिकारी चौ। बाबूलाल से मनुहार करते रहे। काफी देर बाद एडीएम सिटी आरके श्रीवास्तव,एसपी सिटी समीर सौरभ, एसीएम चतुर्थ जितेन्द्र शर्मा ने समझाबुझाकर भाजपाइयों को मना लिया। इस दौरान सभी को सांकेतिक रूप से गिरफ्तार कर रिहा कर दिया गया। इस मौके पर एसएपी आरए बबिता साहू, सीओ सदर असीम चौधरी, सीओ अपराध विवेक त्रिपाठी, सीओ खेरागढ़ नितिन कुमार, सीओ कोतवाली मनीषा सिंह आदि मौजूद रहे।

- बिजली कटौती पर ज्ञापन देने कमिश्नरी पहुंचे थे भाजपाई

- गेट में घुसने को लेकर हुआ टकराव

- लाठीचार्ज से दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल, मची भगदड़

आगरा। बिजली कटौती को लेकर कमिश्नरी में ज्ञापन देने पहुंचे भाजपाइयों की कमिश्नरी में प्रवेश को लेकर पुलिस से टकराव हो गया। पुलिस ने भाजपाइयों पर लाठीचार्ज कर दिया। लाठीचार्ज में दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हो गए। लाठीचार्ज से लोग तितर-बितर हो गए। कुछ समय बाद आक्रोशित लोग फिर कमिश्नरी के गेट पर जमा हो गए। फतेहपुरसीकरी के भाजपा सांसद चौ। बाबूलाल के नेतृत्व में रोड पर धरने पर बैठ गए। कुछ देर बाद उन्होंने गिरफ्तारी देने का ऐलान कर दिया। बाद में सभी फूल सैय्यद चौराहे से बसों व अन्य गाडि़यों में भरकर पुलिस लाइन पहुंचे गए.देर शाम तक पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भाजपा नेताओं की मनुहार करते रहे, लेकिन भाजपा के जिलाध्यक्ष अशोक राना ने ऐलान कर दिया कि प्रशासन पहले सभी घायल लोगों का मेडिकल कराया जाए और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए साथ ही सांसद के भाई की छीनी गई रिवाल्वर वापस की जाए। बाद में पुलिस ने 608 लोगों की गिरफ्तारी दिखाकर एडीएम सिटी आरके श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपा। तब कहीं जाकर मामला शान्त हो सका।

तारघर ग्राउन्ड में सभा कर पैदल मार्च करते हुए पहुंचे कमिश्नरी

बिजली कटौती को लेकर सुबह 11 बजे ही भाजपाइयों का तारघर मैदान में जुटना शुरू हो गया था। ग्राउन्ड में सभा कर फतेहपुरसीकरी के सांसद चौ। बाबूलाल के नेतृत्व में तकरीबन 3 हजार लोगों की भीड़ के साथ भाजपाई कमिश्नरी पहुंचे। इस दौरान सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के हाथ शासन-प्रशासन के खिलाफ तख्तियों पर नारे लिखे हुए थे। इससे पहले कमिश्नर ऑफिस से निकलकर आवास स्थित कैंम्प कार्यालय पर चले गए।

छावनी बन गया कमिश्नरी

भाजपाइयों द्वारा कमिश्नरी घेराव की सूचना पर बुधवार को पूरी कमिश्नरी को छावनी में तब्दील कर दिया गया। आधा दर्जन सीओ एसपी ट्रैफिक, एसपी सिटी, सीओ जीआरपी को कमान सौंपी गई। गेट से लेकर रोड तक पुलिस ने कमान सम्हाल रखी थी।

अन्दर प्रवेश करने को लेकर हुआ टकराव

कमिश्नरी के गेट पर पुलिस ने बेरीकेटिंग कर सभी को अन्दर जाने से रोक दिया। इस दौरान चौ। बाबूलाल गेट के सामने ही बैठ गए। अन्दर जाने को लेकर जिलाध्यक्ष अशोक राना, भाजयुमो के जिलाध्यक्ष दीपक ढल, ललित चतुर्वेदी, महानगर अध्यक्ष नागेन्द्र दुबे गामा की पुलिस से तीखी नोंकझोंक हो गई। हंगामे और शोरगुल के बीच दीपक ढल और अशोक राना बेरीकेटिंग के ऊपर चढ़ गए। उसी दौरान गेट पर मटके फोड़ दिए। भीड़ के दबाव के चलते बेरीकेटिंग गिर गई, लेकिन पुलिस ने एक बार उन्हें पीछे धकेल दिया।

एडीएम सिटी फोर्स को बुलाते ही रह गए

जिस समय गेट पर पुलिस और भाजपाइयों के बीच रस्साकसी चल रही थी, भीड़ का दबाव बढ़ता ही जा रहा था, भीड़ के प्रेशर को देखते हुए एडीएम सिटी गेट से खड़े होकर गेट के अन्दर खड़े पुलिसकर्मियों को गेट की ओर बुलाते रहे, लेकिन सभी पुलिसकर्मी मौन साध गए। अपनी जगह से टस से मस नहीं हुए।

पुलिस ने कर दिया लाठीचार्ज

भीड़ ज्ञापन देने के लिए अंदर आने के लिए जोर आजमाइश कर रही थी पुलिस को लगा भीड़ बेकाबू हो रही है, आलाधिकारियों ने लाठीचार्ज का इशारा कर दिया। इशारा मिलते ही पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया। इससे मौके पर भगदड़ मच गई। पुलिस ने लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।

ये हुए घायल

पुलिस के लाठीचार्ज से कई कार्यकर्ता लहूलुहान हो गए। इस दौरान दर्जन भर से ज्यादा कार्यकर्ता चुटैल हो गए। इनमें कुछ लोगों के गंभीर चोटें आयी हैं। गंभीर रूप से घायल लोगों में निरंजन सिंह गढ़ी तुलसी शमशाबाद इनके 10 हजार रुपये, सोने की चेन, घड़ी भी छीन ली। महेन्द्र सिंह लालऊ अकोला, बबलू मटघई बिचपुरी, तुकमान सिंह कुन्डौल, विजयसिंह गोबर चौकी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। इसके अलावा हरिद्वार दुबे, अशोक राना, विजय भदौरिया, दीपक ढल, अशोक अगवाल, कुन्दिनिका शर्मा भी घायल हो गए।

ये रहे मौजूद

धरना प्रदर्शन करने वालों में रामप्रताप सिंह चौहान, ओमप्रकाश चलनी वाले, गोविन्द चाहर, केके भारद्वाज, अर्पित चित्रांश, जगन प्रसाद गर्ग, योगेन्द्र उपाध्याय, रामबाबू हरित, बॉबी वर्मा, चौ। रामेश्वर सिंह, राजुकमार पथिक, महेश बघेल, प्रशान्त पौनियां, विजय भदौरिया, मोहन सिंह चाहर, निर्मला दीक्षित, संध्या जोशी, आशारानी वोहरा, अनीता खरे, उर्मिला प्रकाश आदि मौजूद रहे।