- मुंडाली थाने में रिपोर्ट दर्ज होने के पांच दिन बाद हुई जानकारी

- अंतिम दौर में चल रही गवाही रोकने के लिए रची गई साजिश

Incholi : मुंडाली पुलिस की खेल देखकर खाकी से भरोसा उठना लाजमी है। आरोपियों ने मुंडाली पुलिस से मिलीभगत कर दोहरे हत्याकांड के गवाहों पर जानलेवा हमले का मामला दर्ज करा दिया। आरोपी पक्ष पीडि़त पक्ष के सात लोगों की हत्या कर चुका है। गुरुवार को एसएसपी दफ्तर पर शिकायत दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई है।

इंचौली थाना क्षेत्र के गांव बिसौला निवासी उस्मान व उसके बेटे फरमान की गोली बरसाकर हत्या कर दी थी। इस मामले में गांव की पचीस हजार की ईनामी रह चुके याकूब समेत सात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने मात्र याकूब व जावेद को जेल भेज दिया था। बाकी आरोपी अब तक गिरफ्तार नहीं हो सके हैं। गुरुवार को उस्मान का बेटा इमरान परिजनों के साथ एसएसपी दफ्तर पहुंचा। उसका आरोप है कि पिता व भाई की हत्या के मामले में उसके चचेरे भाई नूर मोहम्मद व सम्मुन गवाह है। गवाही अंतिम दौर में है। इसलिए क्7 जुलाई को मुख्य हत्यारोपी याकूब के भतीजे ने दोनों के खिलाफ फ्07 में रिपोर्ट दर्ज करा दी है। पांच दिन बाद पुलिस की दबिश पर उन्हें मुकदमा दर्ज होने की जानकारी हुई। आरोप लगाया की सत्ता पक्ष के एक नेता की दबाव में पुलिस ने फंसाया है। कप्तान से मुलाकात नहीं होने पर पीडि़त पक्ष ने एसएसपी दफ्तर में शिकायत की है।

गुरुवार को अदालत तक नहीं पहुंच सके गवाह

याकूब पक्ष अब तक एक ही परिवार की सात हत्या कर चुका है। फरार आरोपियों व पुलिस की गिरफ्तारी की डर से नूर मोहम्मद व सम्मुन गुरुवार का अदालत तक नहीं पहुंच सके। बताया जा रह है कि आरोपी, पुलिस व सत्ता पक्ष के नेताओं से मिलकर फैसले का दबाव बना रहे हैं।

कंट्रोल रुम को सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। दोनों पक्षों में रंजिश चल रही है। मामले की जांच की जा रही है।

राजेश भारती, एसओ मुंडाली