-केस की जांच या मुल्जिम की गिरफ्तारी के लिए ले जायी जाती हैं प्राइवेट गाडि़यां

-मनमर्जी के दिए जाते हैं रुपये, नहीं ले जाने पर मिलती है धमकी

-फतेहगंज पश्चिमी के एसआई और दो सिपाहियों पर कोर्ट के आदेश पर एफआईआर

BAREILLY: किसी भी केस की जांच या फिर मुल्जिम की गिरफ्तारी को दूसरे शहर जाने को पुलिस अक्सर प्राइवेट यानी लग्जरी वाहनों का यूज करती है। खासबात यह है कि पुलिस वाहन को किराये पर नहीं बल्कि, जबरन डरा-धमका कर ले जाती है। यदि कोई विरोध करता है तो उसके साथ मारपीट भी करने से पुलिस नहीं हिचकती। फतेहगंज पुलिस की एक ऐसी ही करतूत सामने आयी है। जहां एक दारोगा ने दो सिपाहियों के साथ मिलकर ड्राइवर की जमकर धुनाई कर दी। यही नहीं उसके प्राइवेट पार्ट और कान में चोट मारकर नुकसान पहुंचाया। डिपार्टमेंट से जुड़ा मामला होने के चलते पुलिस ने उसकी नहीं सुनी तो उसने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट के आदेश पर कोतवाली में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

कीर्तिनगर दिल्ली के बहाने कई सिटी में घूमे

राजन कुमार इनोवा कार का ड्राइवर है। राजन कुमार का आरोप है कि ख्म् अगस्त ख्0क्ब् की रात 9 बजे फतेहगंज पश्चिमी के एसआई उमराव सिंह कार को उसके मालिक से मांग कर ले गए थे। एसआई ने कहा था कि उसे दिल्ली के कीर्ति नगर में आरोपी की तलाश में जाना है। वह ख्7 अगस्त तक वापस आ जाएंगे। एसआई के साथ कांस्टेबल करतार सिंह और मोहम्मद नियाज भी गए। ख्7 की सुबह करीब भ् बजे सभी दिल्ली पहुंच गए। वहां पर सभी कीर्ति नगर स्थित एक होटल में रुके। राजन यहां अपनी कार में ही सो गया। दिन में लगभग दस बजे पुलिसकर्मी एक आरोपी को पकड़कर लाए और फिर गुड़गांव गए और वहां एक होटल में रुके। ख्8 की सुबह सभी उसे राजस्थान अलवर लेकर गए लेकिन कहा कि वांछित अपराधी नहीं मिला है। फिर वहां से जयपुर में किला देखने के नाम पर लेकर चले लेकिन जयपुर न जाकर मथुरा की ओर चल दिए ।

डीएम आवास में घुसकर बचायी थी जान

राजन का आरोप है कि जब उसने कहा कि उसे एक दिन के लिए ही कहकर लाए थे लेकिन कई दिनों से चक्कर लगा रहे हैं। इस पर सभी ने उसे धमकी दी कि उसकी हत्या कर लाश फेंक देंगे और उनके खिलाफ रिपोर्ट भी नहीं लिखी जाएगी। फिर सभी भरतपुर में रुके और वहां कपड़ा मार्केट में शापिंग की। ख्8 नवंबर की रात में सभी बरेली के निकले। चौपुला पहुंचने पर एसआई ने कार नैनीताल ले जाने के लिए कहा। जब उसने विरोध किया तो एसआई ने उसके कान में डंडा मारा और सिपाहियों ने उसकी लात घूंसों से पिटाई की जिससे उसके गुप्तांग में भी चोट आयी। शोर सुनकर तीन लोग उसे बचाने भी आए लेकिन पुलिसकर्मियों की धमकी की वजह से सभी चले गए। इसके बाद वह कार डीएम आवास के अंदर लेकर घुस गया जिसके बाद पुलिसकर्मी वहां से भाग गए। पिटाई से उसके कान की हड्डी टूट गई और उसका प्राइवेट पार्ट की नस चढ़ गई है।