-नाटी इमली में कुरियर ब्यॉय संग लाखों की हुई लूट के मामले में आया नया मोड़

-पुलिसिया प्रेशर के बाद पीडि़त कुरियर कंपनी का पार्टनर हुआ लापता

-पुलिस ने दूसरे पार्टनर से लिखवा ली मनमुताबिक लूट न होने की तहरीर

VARANASI

नाटी इमली में सोमवार की रात कुरियर ब्यॉय संग साढ़े ख्7 लाख रुपये की हुई लूट के मामले में मंगलवार को नया मोड़ आ गया। पुलिस के प्रेशर के आगे पूरा मामला ही उलट गया। वैसे भी ये आम है कि पुलिस जांच में जो खेल न कर दे। इस वारदात में भी पुलिस का कुछ ऐसा ही खेल सामने आया है। घटना के बाद हॉस्पिटल में देर रात तक मौजूद रहे कुरियर कंपनी के दूसरे पार्टनर गोस्वामी हंसमुख के लूट के आरोपों को पुलिस ने न सिर्फ गलत बताते हुए उसे खारिज कर दिया बल्कि मंगलवार को हंसमुख को गायब कर दूसरे पार्टनर रमेश भाई से लूट न होने की मनमुताबिक तहरीर लेकर मामले को रफा दफा करने की तैयारी भी कर ली। वहीं गोली लगने से घायल कुरियर ब्यॉय जय की हालत अब भी सीरियस है। उसका मलदहिया स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज जारी है।

पूरे दिन खोजते रहे हंसमुख को

लूट की यह घटना कुरियर ब्वॉय जय कुमार के साथ सोमवार की रात नाटी इमली में उस समय हुई थी जब वह कर्णघंटा से रिक्शे से अपने साथी कर्मचारी करन के साथ नाटी इमली स्थित अपने किराये के कमरे पर जा रहा था। जिसके बाद मौके पर पहुंचे कुरियर कंपनी के पार्टनर हंसमुख पटेल ने घटनास्थल से लेकर हॉस्पिटल तक जय के पास से लूटे गए बैग में फ्लैट खरीदने के लिए ख्7.भ् लाख रुपये होने की बात कही थी। इस दौरान पुलिस उसे देर रात तक मैनेज करने की कोशिश में जुटी रही लेकिन हंसमुख लूट होने की बात पर अड़ा रहा। बात न बनने पर मंगलवार की सुबह पुलिस ने कुरियर कंपनी के दूसरे पार्टनर रमेश भाई को हॉस्पिटल बुलाया और बैग में रुपये न होने की बात कहते हुए लूट न होने की तहरीर लेकर कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस के इस खेल की भनक लगते ही लूट का आरोप लगाने वाले हंसमुख को मीडियाकर्मी पूरे दिन तलाशते रहे लेकिन उसका कोई पता नहीं चला।

लूट तो माना लेकिन

पुलिस ने कुरियर ब्यॉय संग हुई वारदात को लूट तो माना और लूट का मुकदमा भी दर्ज कर लिया लेकिन सिर्फ कुरियर के सामान का न कि रुपयों की लूट का। इतना ही नहीं पुलिस ने कुरियर ब्यॉय को गोली लगने के बाद भी फ्07 के तहत कोई कार्रवाई नहीं की। यानि पुलिस ये मानने को तैयार ही नहीं है कि गोली मारकर लूट की वारदात हुई है।

तो फिर इन सवालों का क्या है जवाब

- पुलिस को लूट के बाद डेढ़ घंटे तक नहीं थी कोई सूचना।

- अगर बैग खाली था तो जय संग बदमाशों ने क्यों की छीना झपटी?

- बैग छीनने के लिए बदमाशों ने गोली क्यों चलाई?

- अस्पताल में लूट का शिकार हुए जय के साथी करन ने भी सेठ हंसमुख के बयान को बताया था सही।

- हंसमुख के गुरु शास्त्री जी भी ने बैग में रुपये होने की बात कही है।

- घटना के बाद अस्पताल क्यों नहीं पहुंचे पुलिस को तहरीर देने वाले रमेश भाई?

- मंगलवार सुबह अचानक पुलिस ने रमेश को कहा से लाकर कर दिया मीडिया के सामने?

पुलिस की कार्रवाई पर शक

- पुलिस ने घटना के बाद रात में गोली चलने से इंकार किया था।

- लेकिन डॉक्टर के मुताबिक जय को दो गोली लगी है।

- पुलिस का कहना था कि कोई लूट नहीं हुई है।

- जबकि कुरियर कंपनी के पार्टनर हंसमुख का कहना है कि फ्लैट खरीदने के लिए उसने ख्7.भ् लाख रुपये जय को कमरे पर ले जाने को दिए थे।

- पुलिस ने मंगलवार सुबह लूट न होने की तहरीर अपने हिसाब से क्यों लिखवाई?

-तहरीर में लिखे शब्द पीडि़त की ओर से कम पुलिस की ओर से लिखवाने की बात सामने आई है।