-सोशल मीडिया पर वायरल हुआ इंस्पेक्टर का वीडियो, बोले कुछ नहीं होगा, पुलिस अवैध अतिक्रमणकारियों के साथ

-दालमंडी में अवैध बेसमेंट पर कार्रवाई के लिए मीडिया को ठहराया जिम्मेदार

एसएसपी आरके भारद्वाज को अपराध का ग्राफ कम करने के लिए दालमंडी में कदम रखना चौक इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह को शायद नागवार गुजरा है। तभी तो वह दालमंडी में माइक लेकर प्रदर्शनकारियों के बीच एसएसपी की कार्रवाई को ही गलत ठहरा रहे हैं। यही नहीं, इस मामले में आरोपियों की खोजबीन करने के बजाय उन्हें और उकसा रहे हैं। दालमंडी वासियों को मीडिया के खिलाफ कोर्ट में जाने की सलाह दे रहे हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि चौक इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह एक वीडियो में ऐसा बोलते हुए नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर धड़ाधड़ वायरल हो रहे इस वीडियो को खूब शेयर किया जा रहा है। जिसमें पुलिस की ही किरकिरी हो रही है।

क्या बोल गए इंस्पेक्टर

दो मिनट 29 सेकेंड का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो में गुरुवार को दालमंडी में प्रदर्शनकारियों को चौक इंस्पेक्टर द्वारा संबोधित किया जा रहा है। इसमें इंस्पेक्टर लोगों को शांत कराने से ज्यादा मीडिया पर भड़ास निकालते हुए नजर आ रहे हैं। इंस्पेक्टर लोगों को इस बात के लिए बार-बार भड़का रहे हैं कि वे मीडिया के खिलाफ कोर्ट में जाएं। परिवाद दाखिल करें और हंगामा करने से बाज न आएं। यही नहीं कमिश्नर द्वारा अतिक्रमण तोड़ने का फरमान जारी करने के बावजूद उनका यह कहना था कि चाहे कोई कुछ कह ले लेकिन अतिक्रमण नहीं टूटेगा। पुलिस कोई कार्रवाई भी नहीं करेगी।

कमिश्नर, वीसी ने दिया था कार्रवाई का निर्देश

सप्ताह भर पहले एसएसपी आरके भारद्वाज ने देर रात दालमंडी में लगभग पांच बिस्वा जमीन में अवैध बेसमेंट निर्माण का मामला पकड़ा था। उन्होंने अवैध निर्माण पर वीडीए को भी कठघरे में खड़ा किया था। इसके बाद प्राधिकरण अध्यक्ष व कमिश्नर नितिन रमेश गोकर्ण ने अवैध निर्माण को ध्वस्त करने का फरमान जारी किया है लेकिन चौक इंस्पेक्टर ने हजारों लोगों की भीड़ को संबोधित कर पुलिस व प्रशासन की कार्रवाई पर ही सवाल खड़ा कर दिया है।

आला अफसर साध गए मौन

इंस्पेक्टर के बयान के बाद शुक्रवार को दिनभर हंगामे जैसी स्थिति रही। शर्मनाक बात यह है कि इंस्पेक्टर द्वारा आला अफसरों को चुनौती देने के बाद भी एसएसपी आरके भारद्वाज कानून-व्यवस्था का हवाला दे रहे हैं, देर शाम तक कार्रवाई से कतराते रहे।

यह बेहद ही गंभीर मामला है। एसएसपी को इस मामले की जांच के लिए निर्देशित किया जाएगा। दोषी पाए जाने पर इंस्पेक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।

बी महापात्र, डीजी, यूपी पुलिस