-24 अक्टूबर 2015 को बरेली पेशी पर ले जाते वक्त पुलिस कस्टडी से हुआ था फरार

-STF और क्राइम ब्रांच मिलकर भी नहीं लगा सकी पता

-बीते तीन महीनों से नहीं मिली कोई लोकेशन, लास्ट लोकेशन थी कानपुर

VARANASI

अपने ननिहाल बनारस में रहकर क्राइम वर्ड में अपनी अलग धाक बनाने की चाह रखने वाले शातिर बदमाश रईस बनारसी को पुलिस की कस्टडी से फरार हुए एक साल बीत चुके हैं। ख्ब् अक्टूबर ख्0क्भ् को बरेली पेशी पर ले जाते वक्त वह कस्टडी से भाग निकला था। जिसके बाद से यूपी एसटीएफ से लगायत क्राइम ब्रांच उसकी तलाश में जुटी है लेकिन फरारी के एक साल बाद भी बनारसी को पकड़ न पाना न सिर्फ एसटीएफ और क्राइम ब्रांच का फेल्योर बताता है बल्कि ये भी सवाल खड़ा होने लगा है कि आखिर बनारसी है कहां? क्योंकि कानपुर में शानू ओलंगा की हत्या के बाद बनारस आकर बड़े ही ड्रामेटिकल वे में अपने को पुलिस के हवाले करने वाले बनारसी की बीते तीन महीनों से लोकेशन की जानकारी पुलिस तक को पता नहीं है।

सुपारी किलर के नाम से कुख्यात

रईस पर कानपुर, बनारस के अलावा कई और शहरों में भी हत्या, हत्या के प्रयास के अलावा कई अन्य संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। बतौर सुपारी किलर के नाम से क्राइम वर्ड में फेमस रईस का पुलिस कस्टडी से फरार होना और अब तक उसका पकड़ा नहीं जाना कई सवाल खड़ा कर रहा है। एसटीएफ सोर्सेज की मानें तो रईस बनारस और कानपुर दोनों जगह वारदात को अंजाम देने की फिराक में है क्योंकि बनारस में सनी सिंह के पिछले साल हुए एनकाउंटर और शातिर अभिषेक उर्फ हनी के सत्तासीन पार्टी का दामन थामने के बाद रईस बनारस में अपने गैंग को मजबूती के साथ स्थापित करने की फिराक में है। वहीं कानपुर में वह भाई के हत्यारे शानू और राजा को मारने के बाद फुरकान, कालिया, शराफत की जान लेने की भी फिराक में है। इसलिए पुलिस के साथ ही बनारस व कानपुर की एसटीएफ भी उसकी तेजी से तलाश कर रही है।

नहीं है कोई पता

-कानपुर में शानू ओलंगा के हुए मर्डर में रईस है आरोपी।

-कानपुर में ही दो और मर्डर में है इसका नाम।

-बनारस में भी शिव सेठ की हत्या के वक्त रईस की मौजूदगी ने सभी को परेशान किया था।

- दशाश्वमेध में अपने ननिहाल रईस का आना जाना होता है।

-कानपुर में अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने रईस जाता है।

- लास्ट तीन महीने पहले उसकी लोकेशन कानपुर में थी।

-उसके बाद से वह कहां छिपा है पुलिस इसका पता नहीं लगा सकी है।

फरार चल रहे बदमाशों की धरपकड़ करने का आदेश दिया गया है। स्पेशल टीमें इस पर काम कर रही हैं और उम्मीद है कि जल्द ही सफलता मिलेगी।

एसके भगत, आईजी