RANCHI : डीएवी कपिलदेव की छात्रा शुभांदिनी का सुराग नहीं मिल सका है। वह पिछले पांच दिसंबर से लापता है। उसके अपरहण की आशंका को लेकर अरगोड़ा थाने में परिजन केस दर्ज करा चुके हैं। पुलिस को छानबीन के दौरान उसके पलामू में होने की जानकारी मिली थी, लेकिन जब अरगोड़ा थानेदार अपनी टीम के साथ वहां छापेमारी के लिए पहुंचें तो वह नदारद थी। ऐसे में मंगलवार को अरगोड़ा पुलिस पलामू से खाली हाथ लौट आई।

सहेली को हिदायत देकर छोड़ा

शुभांदिनी के बारे में जानकारी लेने के लिए अरगोड़ा पुलिस ने सोमवार को उसकी सहेली व उनके पिता मनोज कुमार को हिरासत में लिया था, लेकिन उन दोनों को उसी दिन देर रात 12 बजे छोड़ दिया गया। हालांकि, पुलिस ने उन दोनों को रांची छोड़कर नहीं जाने की हिदायत दी है। गौरतलब है कि इन्होंने ही शुभांदिनी के पलामू में होने की जानकारी पुलिस को दी थी।

कॉल डिटेल्स खंगालने की तैयारी

अरगोड़ा के थानेदार राकेश कुमार ने बताया कि शुभांदिनी की तलाश के सिलसिले में अब उसके मोबाइल फोन के कॉल डिटेल्स खंगाला जाएगा। इसी की बेसिस पर पता चल पाएगा कि उस किन-किन लोगों के साथ बात करती थी। वहीं, पुलिस सूत्रों ने आशंका जाहिर की है कि रांची में एक गिरोह ऐसा है, जो स्कूली छात्रों को बरगला कर अपने साथ ले जाता है।

पहले गुमशुदगी फिर अपहरण की रिपोर्ट दर्ज

शुभांदिनी पांच दिसंबर को डीएवी कपिलदेव स्कूल गई थी। उसके पिता चंद्रप्रकाश न्यू एजी कॉलोनी में रहते हैं। देर शाम शुभांदिनी जब घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने अरगोड़ा थाने मे गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि शुभांदिनी जिस सिम का इस्तेमाल कर रही है, वह शांतिनगर में रहनेवाली उसकी एक सहेली के नाम से हैं। इसके बाद पुलिस वहां पहुंची तो उन्होंने उसके लापता होने पर अनभिज्ञता जाहिर की। ऐसे में उन दोनों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की थी। सोमवार को ही चंद्रप्रकाश ने मनोज कुमार और उनके परिवार के खिलाफ अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई है।