-कहा, असामाजिक तत्वों पर होगी कार्रवाई, पुलिस भी सुधारे अपना रवैया

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BAREILLY:

असामाजिक तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा और पुलिस भी अपना व्यवहार सुधार ले जिससे उस पर कोई आरोप न लगने पाए। जिला को कप्तान ही चलाएंगे वह तो मदद करने के लिए आए हैं। यह बात मंडे शाम शहर पहुंचे आईजी एसके भगत ने पुलिस गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। इस मौके पर डीआईजी आशुतोष कुमार और एसएसपी जोगेन्द्र कुमार भी मौजूद रहे। वहीं संभावना जताई जा रही थी कि एसएसपी आकाश कुलहरि भी देर शाम शहर पहुंच जाएंगे। लेकिन वह देर रात तक शहर नहीं पहुंचे सके। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसएसपी आकाश कुलहरि को आधे रास्ते ही वापस कर दिया गया।

बनारस से शुरू किया था कैरियर

आईजी एसके भगत ने बताया कि वह मूल रूप से झारखंड के धनबाद निवासी 1998 बैच के आईपीएस अफसर हैं। उन्होंने ट्रेनी एएसपी के पद पर बनारस से कैरियर की शुरूआत की थी। जिसके बाद वह करीब 18 डिस्ट्रिक्ट के कप्तान भी रहे। जिसमें मुरादाबाद, बुलदंशहर, झांसी, गोंडा, जौनपुर, मऊ, जौनपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदोली और आजमगढ़ आदि में पुलिस कप्तान के पद पर रह चुके हैं.इसके साथ वह एसटीएफ और सीबीआई में भी तैनात रह चुके हैं।

तीन माह में हर जिले में टीम

बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि जिला तो कप्तान को ही चलाना है। वह तो मदद के लिए हैं। उन्होंने कहा कि वह तीन माह के अंदर सभी जिलों में अपनी टीम को तैयार करेंगे जोकि उन्हें जिले में होने वाली सभी गतिविधियों की जानकारी से अवगत कराएगी। उनका कहना था कि वह पब्लिक के टच में रहकर काम करेंगे।

राष्ट्रपति पुस्कार से हो चुके हैं सम्मानित

आईजी एसके भगत ने बताया कि 2005 में लखनऊ के मेयर रहे भार्गव की पत्‍‌नी महर भार्गव की दिन दहाड़े हत्या हो गई थी। जिसमें अटल विहारी वाजपेयी और सोनिया गांधी भी मौके पर पहुंची थी। उसे समय वह एसटीएफ लखनऊ में ही तैनात थे। इस मामले में हत्यारोपी सचिन पहाड़ी को उन्होंने एनकाउंटर कर सीतापुर में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया। जिसमें आईजी एसके भगत को राष्ट्रपति पुरस्कार से 2014 में सम्मानित किया गया था।