-चोरी के शक में 3 साल पहले बारादरी पुलिस ने उठाया था

-आज तक घर वापस नहीं लौटा है बेटा

BAREILLY: डीआईजी साहब, मेरा बेटा कहां गया। 3 साल पहले चोरी के शक के आरोप में बारादरी पुलिस ने उठाया था, लेकिन वह आज तक घर नहीं लौटा। इन्हीं अल्फाज में एक बेबस मां बेटे की तलाश की गुहार लेकर डीआईजी की चौखट पर पहुंची और फफक कर रो पड़ी। उसका दर्द था कि बेटा आज तक घर पहुंचा नहीं और पुलिस ने उसके घर की कुर्की भी कर दी।

चोरी के शक में पुलिस ने पकड़ा था

मोहल्ला दुबे बीसलपुर निवासी शांति देवी के पति कालीचरण आर्मी में सैनिक थे। थर्सडे को सोनू की मां जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी पीलीभीत का लेटर हेड लेकर डीआईजी से शिकायत करने पहुंची। शांति देवी के मुताबिक उनका बड़ा बेटा मनोज, छोटा बेटा सोनू और मनोज की पत्‍‌नी नीलम दुर्गा नगर बारादरी में रहते हैं। मनोज की पत्‍‌नी नीलम कुसुम बंगाली के घर झाड़ू पोंछा करती थी। मनोज खोखा लगाकर कपड़ें पे्रस करता था और सोनू घरों में कपड़े पहुंचाने जाता था। शांति देवी का आरोप है कि इसी दौरान कुसुम बंगाली के घर चोरी हो गई थी। पुलिस ने शक के आधार पर 1 अप्रैल 2014 को सोनू को पूछताछ के लिए चौकी में बुलाया था। यहां पर तत्कालीन चौकी इंचार्ज जोगीनवादा और मौजूदा एसओ शेरगढ़ गजेंद्र त्यागी ने अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर पूछताछ की थी।

पुलिस ने कर दिया था मामले को शांत

शांति देवी का आरोप है कि उसके बाद से सोनू गायब हो गया। वह कई बार थाने और पुलिस अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन बेटा का पता नहीं चल सका। सोनू के परिजनों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन भी किया था, जिसके बाद पुलिस ने किसी तरह से मामले को शांत किया था। शांति का आरोप है कि उसके बावजूद बेटा अभी तक वापस नहीं आया है। यही नहीं पुलिस ने सोनू की जगह उनके मकान की कुर्की कर दी है।