- आई फॉलोअप

-दो दर्जन से ज्यादा युवकों से हो चुकी है पूछताछ

-मामला रंगदारी के लिए इंजीनियर पर फायरिंग का

RANCHI: ख्फ् नवंबर को पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर समरेंद्र प्रताप गोलीकांड में रांची पुलिस की निगाह आरोपी लवकुश शर्मा के परिचितों पर टिकी हुई है। पुलिस गुप्त सूचना के आधार पर झारखंड-बिहार में अलग-अलग टीम बनाकर लवकुश शर्मा की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। वहीं, लवकुश के कई दोस्तों, परिचितों की तलाश भी कर रही है, ताकि उसका कोई सुराग मिल सके। इसके लिए रांची पुलिस दो दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर चुकी है। लेकिन, पुलिस को कोई खास सफलता नहीं मिली है। रांची पुलिस के मुताबिक, लवकुश शर्मा व उसके अन्य सहयोगियों पर दबिश कंटीन्यू बन रहा है।

दो-तीन बिंदुओं पर तफ्तीश

पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, इंजीनियर गोलीकांड में जांच दो-तीन बिंदुओं पर चल रही है। आशंका है कि जमीन की खरीद-फरोख्त के दौरान ही लोगों के साथ हुई आपसी रंजिश में कहीं गोली तो नहीं मारी गई। इसमें लवकुश का इस्तेमाल किया गया और जानबूझकर उससे रंगदारी मंगवाई गई। पुलिस को आशंका है कि एक करोड़ की रंगदारी मांगना बहाना हो सकता है, लेकिन समरेंद्र प्रताप को किसने गोली मरवाई। समरेंद्र प्रताप का नंबर लवकुश शर्मा को किसने उपलब्ध कराया। यह भी जांच का विषय है।

उठ रहे ये सवाल

- यदि रंगदारी की मांग लवकुश शर्मा कर रहा था तो गोली लगने के बाद भी इंजीनियर के मोबाइल पर कॉल क्यों आ रहा था

- जब वह जानता था कि गोली उसी के आदमी ने मारी है तो बार-बार कॉल करने की वजह क्या हो सकती है

- जिस नंबर से फोन आ रहा था क्या वह लवकुश शर्मा के नाम आवंटित है

- चूंकि इंजीनियर जमीन कारोबार से भी जुड़े थे, ऐसे में जमीन विवाद में भी उन्हें गोली मारी जा सकती है।

- पुलिस जमीन से संबंधित मामलों की भी जांच कर रही है

- लवकुश शर्मा की धमकी की बात कौन-कौन जानता था