RANCHI: रांची पुलिस का क्रूर चेहरा गुरुवार की रात एक बार फिर देखने को मिला। इस बार एक निर्दोष परिवार पुलिस की जुल्म का शिकार हुआ। घटना सुखदेवनगर थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी की है। पुलिस की धक्का-मुक्की से उस घर में रहनेवाली महिला इंदु देवी का पांव फ्रैक्चर कर गया है। वहीं, पुलिस ने आरोपी को छुपाने के जुर्म में उस घर के मुखिया रंजीत कुमार, बेटा राज नयन कुमार, दो बेटियों राजकन्या और राजतन्या की भी जमकर पिटाई कर दी। पुलिस की इस कार्यशैली से इंद्रपुरी के लोग गुस्से में हैं। लोगों ने छापेमारी करने गई पुलिस पर कार्रवाई करने की मांग की है।

यह है मामला

जानकारी के मुताबिक, अपर बाजार के सोना चांदी व्यवसायी की बेटी को इंद्रपुरी का युवक प्रशांत कुमार उर्फ हजारी गुरुवार की सुबह से लेकर फरार हो गया है। इस बाबत सोना चांदी व्यवसायी ने युवक के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया है। पुलिस गुरुवार की देर रात 12.30 बजे के करीब इंद्रपुरी पहुंची। यहां बताया गया कि आरोपी का घर बिना प्लास्टर का है। पुलिस को शुरू में ही बिना प्लास्टर का एक घर मिल गया। फिर क्या था, पुलिस ने रात में गेट खुलवाया। इसके बाद पुलिस सीधे कमरे में घुस गई। जब इंदु देवी ने रात में कमरे में प्रवेश करने का कारण पूछा, तो उनके साथ गाली-गलौज की गई। कहा गया कि घर में क्रिमिनल बेटे को रखती हो, महिला कुछ बोलती कि रंजीत कुमार समेत सभी फैमिली मेंबर्स को नींद से जगा दिया गया और सभी की पिटाई कर दी गई। जब पुलिस ने उसके पति को पीटना शुरू किया तो वह सामने आ गई। पुलिस ने उसके साथ धक्का-मुक्की की, इससे वह गिर गई और उसके पांव फ्रैक्चर कर गया। परिजन बार-बार पुलिस से घर में घुसने का कारण जानना चाह रहे थे। पर, उनलोगों को कुछ नहीं बताया गया। अंत में कहा गया कि प्रशांत कुमार उर्फ हजारी कहां है? तब परिजनों ने कहा कि यह उसका घर नहीं है। फिर पूछा गया कि उसका घर कौन सा है। पिटाई खाने के बावजूद उस घर में रह रहे राज नमन कुमार पुलिस को प्रशांत के घर ले गया। जब पुलिस वहां पहुंची तो पाया कि मकान में ताला बंद है। इसके बाद पुलिस वापस लौट आई।

महिला पुलिस भी नहीं थी साथ में

पुलिस की दो गाड़ी छापेमारी करने के लिए गई थी। एक गाड़ी में कोतवाली तो दूसरी गाड़ी में सुखदेवनगर थाना की पुलिस थी। दोनों पुलिस की टीम में एक भी महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी। इसके बावजूद निर्दोष के घर में घुस कर महिलाओं से मारपीट की गई।

क्वोट

यह एक गंभीर मामला है। इसकी जांच होगी और दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई भी की जाएगी।

-रणवीर सिंह, डीएसपी, कोतवाली

पहले भी वर्दी पर लगती रही है दाग (बॉक्स)

युवक की पिटाई पर लोगों का फूटा गुस्सा

18 जून, 2015 को अरगोड़ा पुलिस ने अशोक नगर रोड नंबर तीन के सामने रहनेवाले कार्तिक तिग्गा की जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद उसे लॉकअप में बंद कर दिया गया। ऐसे में सैकड़ों लोगों ने जब अरगोड़ा थाने का घेराव किया तो थानेदार विकास कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया।

मोबाइल चोरी के आरोपी में दारोगा ने की बेरहमी से पिटाई

20 जुलाई को अरगोड़ा थाना में पदस्थापित दारोगा भीम सिंह ने सहजानंद चौक स्थित एक दुकान से मोबाइल चोरी कर भाग रहे 16 वर्षीय नाबालिग लड़का की जमकर पिटाई कर दी। इस मामले में एसएसपी प्रभात कुमार ने भीम सिंह को सस्पेंड कर दिया था।

बच्चे की पिटाई पर मुंशी सस्पेंड

जनवरी में चुटिया थाना में पदस्थापित मुंशी ने एक बच्चे को पीट डाला था। बच्चे पर चोरी का आरोप लगाया गया था। दूसरे दिन जब लोगों को पता चला कि मुंशी ने एक बच्चे को पीटा है तो लोग आक्रोशित हो गए और चुटिया थाना में जमकर बवाल काटा। आरोपी मुंशी पर कार्रवाई हुई और उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।

पुलिसकर्मी के बेटे से लड़ाई में बच्चे का तोड़ा हाथ

मार्च में गोंदा थाना क्षेत्र एरिया में एक बच्चे का पुलिसकर्मी ने हाथ तोड़ दिया था.बाद में सीनियर अधिकारियों ने बच्चे का न सिर्फ इलाज करवाया, बल्कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी की।