AGRA (1 May): थाना हरीपर्वत क्षेत्र स्थित नेशनल हाईवे पर दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। इससे भी ज्यादा हादसे के बाद का मंजर झकझोरने वाला रहा। पहले तो महिला व उसकी नौ माह की बेटी के साथ गर्भ में पल रहे बच्चे की ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसे के बाद ट्रक चालक को दबोचने के लिए ट्रक पर लटके पिता को होमगार्ड ने पीट दिया। बेटी की लाश लेकर न्यू आगरा थाने गया तो उसे भगा दिया। हॉस्पिटल में डॉक्टरों ने भी संवेदनहीनता दिखाई। हारकर जब वह थाना हरीपर्वत पहुंचा तब जाकर उसे पुलिस की मदद मिली।

पत्‍‌नी व बेटी को दिखाने जा रहा था

मेनका प्लेस कमला नगर निवासी टीकम सिंह उर्फ टीटू पुत्र भगवानदास मसाले की कंपनी में काम करता है। वह अपनी 20 वर्षीय पत्‍‌नी सोनी व नौ माह की बेटी कशिश उर्फ भव्या को लेकर रविवार 12:30 बजे डॉक्टर को दिखाने के लिए निकला था। वह पहले भगवान टॉकीज गया। यहां पर डॉक्टर की फीस अधिक होने पर गांधी नगर की तरफ गया। यहां से वह कमला नगर में डॉक्टर के पास जाने के लिए बाइक से निकला।

कट पर ट्रक ने लिया चपेट में

परिवार गांधी नगर से कट करके कमला नगर जा रहा था। सुल्तानगंज की पुलिया पर बाइक कट पर मुड़ने के लिए खड़ी थी। उस दौरान एक ट्रक पीछे से आया। ट्रक ने परिवार को चपेट में ले लिया। पत्‍‌नी ट्रक के पहिए के नीचे आ गई। नौ माह की बेटी पत्‍‌नी की गोद से छिटक कर दूर गिरी। ट्रक टीकम को दूर तक घसीटता ले गया।

होमगार्ड ने की पिटाई

ट्रक में फंसे टीकम ने किसी तरह खुद को संभाला। उसने पत्‍‌नी व बेटी की हालत देखी तो चीख पड़ा। उसने चालक की तरफ दौड़ लगा दी। ट्रक से चालक को बाहर खींच लिया। उसका कहना था कि उस दौरान सुल्तानगंज की पुलिया पर तैनात एक होमगार्ड आया और उसने उस पर बिना कारण जाने डंडे बरसा दिए। चालक उसके हाथ से छूट गया। पत्‍‌नी को सड़क पर छोड़ घायलावस्था में बेटी को लेकर दौड़ा।

एंबुलेंस से काटे कई चक्कर

टीकम ने बताया वह बेटी को लेकर भगवान टॉकीज स्थित हॉस्पिटल गया। यहां पर चिकित्सकों ने बेटी को मृत घोषित करते हुए भर्ती करने से मना कर दिया। एक अन्य हॉस्पिटल गया, वहां पर भी डॉक्टरों ने

ये ही जवाब दिया। उधर पत्‍‌नी के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया। टीकम का परिवार सड़क पर उसकी तलाश कर रहा था।

पिता मदद की गुहार लगाता रहा

टीकम अपने परिवार के साथ बेटी के शव को लेकर थाना न्यू आगरा पहुंचा। पुलिस ने मदद मांगी आरोप है कि पुलिस ने उसकी हालत पर कोई गौर नहीं किया बल्कि उसे वहां थाना हरीपर्वत जाने की बात बोलकर भगा दिया। बेटी के शव को लेकर मजबूर पिता थाना हरीपर्वत आया। यहां पर आकर उसके परिवार ने हंगामा कर दिया। बेटी पत्‍‌नी व गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत पर परिवार बौखला गया। परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया शुरु कर दिया। वह शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाह रहे थे। परिवार का कहना था कि उन्हें हर हाल में ट्रक चालक चाहिए। वह ट्रक में आग लगा देंगे। मौके पर एएसपी अनुराग वत्स पहुंच गए।