-थानों की वर्किंग सुधारने पर पुलिस मुख्यालय का जोर

-एडीजी क्राइम ने सभी जोन के आईजी को भेजा था आदेश

BAREILLY: थानों में अब पुलिस किसी भी कंप्लेन को ज्यादा दिन तक दबाए रखने की बजाय उस पर क्विक एक्शन लेगी। खासतौर पर महिलाओं और कहासुनी का मामलों पर पुलिस ढिलाही नहीं बरतेगी। क्योंकि पुलिस मुख्यालय ने थानों की वार्किंग को बेहतर बनाने के लिए ग्रेडिंग सिस्टम लागू कर दिया है। क्राइम कंट्रोल और विवेचनाओं के निस्तारण के आधार पर थानों को नंबर दिये जाएंगे। खासबात यह है कि इसमें माइनस मार्किंग भी रखी गई है।

हर माह तैयार होगी रिपोर्ट

एडीजी क्राइम ने सभी आईजी जोन को इस संबंध में आदेश जारी किया है। आदेश के तहत प्रत्येक माह आईजी के माध्यम से हेडक्वार्टर रिपोर्ट भेजी जाएगी। आईजी ने सभी रेंज के डीआईजी, डीआईजी ने रेंज के सभी एसएसपी और एसएसपी ने सभी एसपी, सीओ व थाना प्रभारियों को आदेश जारी किया है। आदेश मिलते ही थानों में ग्रेडिंग को लेकर भेजा गया प्रोफार्मा भरा जा रहा है।

इस तरह से लागू होगा ग्रेडिंग सिस्टम

विवेचना के आधार पर 15 शीर्षक पर दिए जाएंगे अंक

1-भगोड़ों के खिलाफ एक्शन - 83 सीआरपीसी के तहत नीलामी करने पर 2 नंबर, नीलामी न करने पर माइनस 2 नंबर, 299 सीआरपीसी के तहत आरोपी की गिरफ्तारी करने पर 5 नंबर, आरोपियों की संख्या बढ़ने पर माइनस 5 नंबर

2- पैरवी- गवाहों को कोर्ट में पेश करने का परसेंटेज 50 परसेंट से कम होने पर माइनस 5 नंबर और 60 से 75 परसेंट तक होने पर माइनस 5 नंबर

3-महिलाओं के साथ छेड़खानी व रेप होने पर- 45 दिनों में 100 परसेंट निस्तारण करने पर 10 नंबर, 45 से 60 दिनों में निस्तारण करने पर 5 नंबर और 60 दिन से अधिक होने पर माइनस 5 नंबर दिए जाएंगे

4-अपराधों के पंजीकरण के मामले में प्रत्येक अपराध रजिस्टर न करने पर माइनस 5 नंबर और मिनिमाइजेशन करने पर माइनस 3 नंबर दिए जाएंगे

5-अपराधों के सफल अनावरण करने पर 3 नंबर दिए जाएंगे

क्राइम कंट्रोल के आधार पर भी शीर्षक के आधार पर अंक

1-हत्या बलवा रोकने के लिए पुरानी रंजिश के मामलों में 100 परसेंट पाबंद करने पर 10 अंक दिए जाएंगे, इसके बाद 80 परसेंट पर 5, 80 से कम पर माइनस 10 और घटना घटित होने पर माइनस 10 अंक दिए जाएंगे

2-क्राइम मैपिंग का यूज करने पर 3 साल के अपराधियों का डाटा तैयार करने पर 5 अंक और नहीं तैयार करने पर माइनस 5 नंबर दिए जाएंगे

3-संगठित गिरोह व माफिया के खिलाफ एक्शन लेने पर एनएसए, गैंगस्टर और कुर्की करने पर सभी में 3-3 नंबर दिए जाएंगे

4-मीडिया व सोशल मीडिया से सामने आने वाले क्राइम के मामलों में 80 परसेंट से अधिक जांच कराने पर 5 नंबर और 80 परसेंट से कम जांच होने पर माइनस 5 नंबर दिए जाएंगे