- पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर पुलिस लाइन में हुआ आयोजन

-शहीद पुलिसकर्मियों के आश्रितों को IG ने किया सम्मानित

VARANASI

पुलिस स्मृति दिवस पर शुक्रवार को पुलिस लाइंस में हुए आयोजन में शहीदों की शहादत को याद करते हुए हर आंख नम हो गई। चीफ गेस्ट आईजी एसके भगत ने कहा कि उत्तरी सीमा पर बर्फ से ढकी लद्दाख की चोटियों पर ड्यूटी करते हुए सीआरपीएफ के क्0 जवानों ने चीन के हमले के दौरान मातृ-भूमि की सुरक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहूति दे दी थी। उनकी याद में हर साल ख्क् अक्टूबर को पूरे देश में पुलिस स्मृति दिवस का आयोजन किया जाता है।

गई थी कइयों की जान

एक सितम्बर ख्0क्भ् से फ्क् अगस्त ख्0क्म् तक भारत में ब्79 पुलिसजनों ने कर्तव्य की बेदी पर अपने जीवन को कुर्बान कर दिया था। इनमें प्रदेश के क्क्म् पुलिसकर्मी शामिल रहे, जिनमें एक एएसपी, चार निरीक्षक, क्म् उपनिरीक्षक, एक एचओएम, ख्7 मुख्य आरक्षी आदि रहे। सभी शहीद पुलिस कर्मियों का नामवार उल्लेख चीफ गेस्ट ने किया। उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों ने श्रद्धासुमन अर्पित कर नमन किया। इसके बाद विशेष सशस्त्र जवानों ने शोक सलामी दी तथा दो मिनट को मौन रखा। चीफ गेस्ट ने शहीद हुए पुलिसकर्मियों के आश्रितों को पांच-पांच हजार रुपये व ऊनी शाल प्रदान कर सम्मानित किया। इनमें में आजमगढ़ के ग्राम मऊलिया पोस्ट खजुए कुलाई व वर्तमान पता फुलवरिया निवासी श्रीमती शीला पांडेय आश्रित स्व। मुख्य आरक्षी रामकुंवर पांडेय व सारनाथ थाना क्षेत्र के खजुही ग्राम की श्रीमती नगीना देवी आश्रित स्व। आरक्षी सतीश शामिल थीं।