वॉट्सएप ने पुलिस का काम किया आसान

-पल भर में फोटो के साथ अधिकारियों तक पहुंचा रहे हैं वारदात की तस्वीर

-झूठ पकड़ने में भी सहायक हो रहा है वॉट्सएप, पुलिस अधिकारियों ने बनाए गु्रप

BAREILLY: बरेली पुलिस अब स्मार्टफोन की तरह स्मार्ट हो गई है। यह स्मार्टनेस उसकी वर्किंग कल्चर से साफ पता चल रहा है। पिछले करीब एक महीने में वॉट्सएप ने बरेली पुलिस की पूरी वर्किंग को चेंज कर दिया है। वॉट्सएप के जरिए पुलिस मैसेज, फोटो व वीडियो तुरंत मौके से सीनियर अधिकारियों तक पहुंचा दे रहे हैं। फोटो व वीडियो देखकर अधिकारी अपने ऑफिस में बैठकर ही सजेशन देकर केस की जांच में भी हेल्प कर रहे हैं।

फोन से जानकारी देना मुश्किल

पहले पुलिस किसी भी सूचना को फोन या फैक्स के माध्यम से पहुंचाती थी। फिर मेल का भी यूज हुआ। फोन पर जो जानकारी दी जाती थी, उससे पूरी घटना को समझाया नहीं जा सकता था। इसका नतीजा होता था कि अधिकारी को मौके पर ही जाना पड़ता था।

ग्रुप में अधिकारी भी शामिल

बरेली पुलिस द्वारा कई ग्रुप बना लिए गए हैं। इनमें से सबसे अहम बीआरबाई पुलिस ऑफिसर्स टीटीटीजीजीजी मेन हैं। इस ग्रुप में एसएसपी, एसपी सिटी, एसपी रूरल, एसपी ट्रैफिक, सभी सीओ व सभी एसएचओ जुड़े हुए हैं। इसके अलावा क्राइम न्यूज नाम से भी एक ग्रुप बना है, जिसमें भी एसएसपी पीआरओ समेत कई एसएचओ व एसआई जुड़े हैं।

क्या-क्या हाे रहा यूज

-अभियान चलाने का मैसेज एक साथ सभी के पास भेज दिया जाता है

-अधिकारी निर्देश भी इस पर भेजते हैं

-किसी भी घटना जैसे मर्डर पर डेडबॉडी की हर एंगिल से पिक भेज दी जाती है

-घटनास्थल पर अगर भीड़ है तो उसकी पिक भेजी जाती है, जिससे तुंरत वहां फोर्स भेजी जा सके

-अननोन बॉडी की पहचान के लिए सभी थानों को फोटो भेज दी जाती है

-मीटिंग झूठी या रियल है पिक्चर से सब क्लियर हो जाता है

-अच्छे काम पर बधाई भी मिलती है, जिससे काम करने में उत्साह भी बढ़ता है

बरेली ट्रैफिक पुलिस क्लब भी बना

वहीं बरेली ट्रैफिक पुलिस की ओर से भी वॉट्सएप पर बरेली ट्रैफिक क्लब बनाया गया है। इस गु्रप में सीनियर अधिकारियों के साथ सभी ट्रैफिक पुलिसकर्मियों को जोड़ा गया है। यही नहीं पब्लिक को भी इस गु्रप से जोड़ा जा रहा है। एसपी ट्रैफिक खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

पहले मैं वॉट्सएप का यूज नहीं करता था, लेकिन अब मैंने भी इसे चालू कर लिया है। इस वजह से काम काफी आसान हो गया है। किसी भी घटना की पूरी डिटेल पिक के साथ अधिकारियों तक पहुंचा दे रहे हैं।

मृदुलकांत मिश्रा, एसआई

वॉट्सएप काफी यूजफुल साबित हो रहा है। पहले फोन पर घटना की एक्चुअल जानकारी देने में काफी प्रॉब्लम होती थी, लेकिन अब फोटो से पूरी तस्वीर ही साफ हो जाती है।

देवेश सिंह, इंस्पेक्टर

अब मीटिंग सिर्फ कागजों पर नहीं दिखाई जा सकती है। मीटिंग की फोटो वॉट्सएप के जरिए अधिकारियों तक पहुंच जाती है। इससे अधिकारियों का भरोसा भी बढ़ता है। यही नहीं अधिकारियों के प्रोत्साहन से काम करने का उत्साह भी बढ़ता है।

नरेश कुमार, सीओ