-पुलिस कस्टडी में युवक की मौत का मामला

-मृतक की भाभी ने दर्ज कराया दरोगा के खिलाफ केस

-तहरीर में दरोगा नागेश सिंह को बनाया गया आरोपी

KAUSHAMBI(12 Sep, JNN): एसटीएफ का जवान बनकर लूट के मामले में गुलाम अहमद को गिरफ्तार करने वाले मूरतगंज चौकी प्रभारी नागेश सिंह की मुसीबत बढ़ गई है। गुलाम की भाभी ने नागेश को नामजद करते हुए केस दर्ज कराया है। हालांकि थानेदार और पुलिस कर्मियों का जिक्र तहरीर में नहीं है। मृतक की भाभी ने गन प्वाइंट पर पूछताछ करने का आरोप लगाया है।

सस्पेंड रहेंगे आरोपी पुलिस कर्मी

कोखराज पुलिस को दी तहरीर में गुलाम की भाभी रेशमा बानो पत्नी अब्दुल वहाब ने बताया कि उसके देवर को नौ सितंबर को गिरफ्तार किया गया। गन दिखाकर गैर वाजिद तरीके से गुलाम से पूछताछ की जाती थी। पुलिस ने शुक्रवार की सुबह बताया कि उसके देवर ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। एसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने बताया कि रेशमा की तहरीर के आधार पर दरोगा नागेश सिंह के खिलाफ धारा 342, 306 और 506 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया गया है। कस्टडी में गुलाम के खुदकुशी कर लेने के मामले में एसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने तत्कालीन थानाध्यक्ष पीके यादव, एसआई नागेश सिंह, सिपाही सीताराम यादव, अनुज कुमार सिरोही, सौरभचंद्र सिंह और घनश्याम यादव को सस्पेंड किया गया है। एसपी ने बताया कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती आरोपित पुलिस कर्मी बहाल नहीं किए जाएंगे।

चायल सीओ करेंगे जांच

एसपी ने कस्टडी में मौत की जांच सीओ चायल आलोक मिश्र को सौैंपी है। एसपी ने बताया कि कोखराज थाना सिराथू र्सिकल में आता है। जांच निष्पक्ष हो, इस वजह से जांच दूसरे र्सिकल से कराई जा रही है।

विभिन्न एजेंसी को भेजा पत्र

एसपी ने कस्टडी में मौत की सूचना राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राज्य मानवाधिकार आयोग, डीजी कंट्रोल, प्रमुख सचिव गृह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, जिला मजिस्ट्रेट, जिला जज, सीजेएम को भेजी है। एसपी ने बताया कि कोई भी एजेंसी मामले की निष्पक्ष जांच कर सकती है।

कोखराज पुलिस की कस्टडी में है बेगुनाह वीरेंद्र

थानों और पुलिस चौकियों में पूछताछ के नाम पर प्रताडि़त करने का सिलसिला नहीं थम रहा। कोखराज पुलिस की कस्टडी में गुलाम अहमद की मौत के बाद अफसर भले ही संजीदा हुए हों, लेकिन थानेदारों की आदत में सुधार नहीं दिख रहा। कोखराज में एक व्यक्ति को पूछताछ के नाम पर बैठाने की खबर एएसपी ओपी पांडेय को हुई तो उन्होंने एसओ को फटकार लगाई।

एएसपी से लगाई गुहार

कोखराज थाने के अंदावां गांव निवासी शत्रुघन सिंह ने शुक्रवार को एएसपी ओपी पांडेय से मुलाकात की। बताया कि उसके गांव की एक लड़की अपने प्रेमी मुलायम पटेल के साथ भाग गई है। लड़की के घरवालों मुलायम पटेल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। इस मामले में पुलिस उसके बेटे वीरेंद्र को पूछताछ के लिए तीन दिन पहले ले गई। वीरेंद्र को यह कहकर नहीं छोड़ा जा रहा है कि वह किसी भी तरह मुलायम को गिरफ्तार कराए। शत्रुघन की बात सुनने के बाद एएसपी ने फोन पर मामले की जानकारी ली तो पता चला कि पूछताछ के लिए लाया गया है। जबकि वीरेंद्र के खिलाफ कोई केस तक नहीं दर्ज है। इससे नाराज एएसपी ने वीरेंद्र को छोड़ने के साथ ही सीओ सिराथू को प्रकरण की जांच करने का निर्देश दिया है।

पूछताछ के नाम पर हेरसमेंट नहीं

पुलिस कस्टडी में लूट के मामले में गिरफ्तार किए गए गुलाम अहमद के खुदकुशी कर लेने की घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप है। एएसपी ओपी पांडेय ने जिले भर के थानेदारों को निर्देशित किया की सात साल से कम सजा वाले मुकदमों में अगर जरूरत नहीं है तो गिरफ्तारी न की जाए। अगर किसी मामले में आरोपी की वजह से गवाह या वादी मुकदमा को धमकी दिए जाने जैसी संभावना है तो गिरफ्तारी की सूचना पुलिस के अफसरों को देनी होगी। पूछताछ सिर्फ थाने में होगी पुलिस चौकी में गिरफ्तार व्यक्ति को कतई नहीं रखा जाएगा। एएसपी ने बताया कि पूछताछ के नाम पर किसी को बेवजह परेशान नहीं किया जाए।